गूगल ने भारतीय ऐप क्यों डिलीट किये हैं | Which Apps Have Been Removed From Google Play Store?

क्या गूगल प्ले स्टोर ने भारतीय ऐप हटाए हैं | Google Kisi App Ko Kyu Delete Karta Hai In Hindi?

 

Google Ne Bhartiya Apps Ko Kyu Htaya?

गूगल प्ले स्टोर ने ऐप्स क्यों हटाए?

Why Apps Are Removed From Play Store?


अभी हाल ही में गूगल ने 10 भारतीय कंपनियों के ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया है. और वजह है इन ऐप्स की तरफ से गूगल प्ले स्टोर को सर्विस फीस न देना... वहीँ गूगल प्ले स्टोर का कहना है की इन भारतीय कम्पनियों के ऐड डेवेलपर्स ने गूगल प्ले स्टोर की गाइड लाइन को फॉलो नहीं किया.....

क्या गूगल प्ले स्टोर ने भारतीय ऐप हटाए हैं?

आपको बता दें की इन कंपनियों को 1 मार्च को गूगल प्ले स्टोर से हटाया गया है. लेकिन इससे पहले भी गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए जानकारी दी थी, कि भारत की कुछ जानी-मानी कंपनियों ने प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने के बाद भी फीस नहीं दी है. लेकिन उस टाइम पर गूगल ने कंपनियों के नाम नहीं बताए थे, लेकिन अब ऐप्स हटाने के बाद उन कंपनियों का नाम सामने आये हैं, जिसमे से भारत की बड़ी कंपनियां शामिल हैं.... जैसे Shaadi.com, Matrimony.com, Bharat Matrimony, Naukri.com, 99acres, Kuku FM, Stage, Alt Balaji’s (Altt), QuackQuack जैसे एप्स शामिल हैं...  इसके साथ ही गूगल ने जानकारी देते हुए बताया कि दो लाख से ज्यादा इंडियन डेवलपर्स गूगल प्ले-स्टोर का इस्तेमाल कर रहे हैं और उनके एप्स प्ले-स्टोर पर पब्लिश्ड भी हैं। और सभी डेवलपर्स के लिए एक ही पॉलिसी है लेकिन कुछ डेवलपर्स इसे फॉलो नहीं करते हैं.  इन्फेक्ट गूगल ने ये भी कहा, कि जिन एप्स को प्ले-स्टोर से हटाया गया है वे दूसरे एप-स्टोर की पॉलिसी तो मान रहे हैं लेकिन गूगल की नहीं .....  और आपको बता दें की ये जो शुल्क विवाद है, ये काफी लम्बे समय से चल रहा है.... वहीँ Google ने ये भी बताया की इन एप्स को तीन साल का टाइम भी दिया था। और जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी अपील दर्ज हुई, लेकिन 9 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने ही इस मामले में दखल देने से साफ मना कर दिया. साथ ही गूगल ने कहा कि तीन साल में किसी अदालत ने भी उसकी शुल्क की पॉलिसी को लेकर सवाल नहीं खड़े किए हैं..... 

गूगल के भारतीय ऐप्स हटाने को लेकर लोगों ने क्या कहा?

वहीँ अगर आम लोगों की बात करें तो गूगल के इस फैसले पर काफी लोग विरोध कर रहे हैं....  क्यूंकि जो एप्स हटाए गए हैं, उनमे कई डेटिंग एप भी हैं. वहीँ इंडियन स्टार्टअप इकोसिस्टम से जुड़े  लोगों ने गूगल के इस कदम पर कड़ी प्रतिक्रियाएं भी दी है. लेकिन गूगल ने सुझाव देते हुए कहा है कि डेवलपर्स अपने पेड कंटेंट के लिए गूगल प्ले-स्टोर के अलावा भी किसी दूसरे एप स्टोर से पेमेंट ले सकते हैं या फिर खुद अपनी साइट से ही पेमेंट ले सकते हैं, लेकिन अगर गूगल प्ले-स्टोर पर एप है और वह पेड सर्विस दे रहा है तो आपको गूगल को पैसे देने होंगे...  अब बात करते हैं की जो इडियन ऐप डेवेलपर्स हैं उनका इस टॉपिक पर क्या कहना है. तो shadi.com के फाउंडरक अनुपम मित्तल ने अहम ऐप्स को हटाने पर काफी निराशा जताई है और इसे  "भारत के इंटरनेट के लिए काला दिन"  का नाम दिया. वहीँ Info Edge के फाउंडर संजीव बिख्चंदानी ने दावा किया कि कंपनी ने समय पर सभी लंबित गूगल इनवॉइस को पे किया है और उसकी नीतियों को भी माना है. इसके साथ ही उन्होंने वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और उनके ऑफिस को टैग करते हुए एक्स पर पोस्ट भी किया . उन्होंने पोस्ट में लिखा। की भारतीय कंपनियां - अभी के लिए मान लेंगी. लेकिन भारत को एक ऐसे ऐप स्टोर/प्ले स्टोर की जरूरत है जो डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर - जैसे UPI और ONDC का हिस्सा हो.... 

खैर,  इस मुद्दे को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है और उनका कहना है की Google ने अपने एप स्टोर से इतने मुख्य ऐप्स को हटा दिया है, जबकि कॉम्पटिशन कमीशन ऑफ इंडिया और सुप्रीम कोर्ट में कानूनी सुनवाई अभी जारी है. और गूगल के इस फैसले से पता चलता है की उनके मन में भारत के लिए कितना सम्मान है,