आरबीआई ने पेटीएम को क्यों बंद किया | Payment Kyun Band Ho Raha Hai?

पेटीएम बैंक क्या है और यह कैसे काम करता है? paytm bank ki puri jankari in hindi

 

भारत में पेटीएम का मालिक कौन है?
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दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी पेटीएम इस समय एक बहुत बड़े संकट के बीच में जो जूझ रही है. और ये जो संकट उसने खड़ा किया है तो पेटीएम की खुद की गलती की वजह से है. सबसे पहले तो आपको बता दें की 31 जनवरी को (RBI) यानि की भारतीय रिज़र्व बैंक के एक्शन के बाद पेटीएम पेमेंट की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. और  इससे न केवल पेटीएम पेमेंट को बड़ा घाटा हो रहा है बल्कि शेयर बाजार में इनके शेयर में लगातार उतार- चढाव देखा जा रहा है.

पेटीएम को आरबीआई ने बैन क्यों किया है?

लेकिन ऐसा नहीं है की पेटीएम बैंक पर ये ख़तरा जो है, पहली बार उमड़ा हो, बल्कि ये जो सिलसिला है ये लगातार मार्च 2022 से चलता आ रहा है, और उस समय पेटीएम बैंक को उनके न्यू कस्टमर से जुड़ने के लिए साफ़ मना किया गया था. और इसके बाद अक्तूबर, 2023 में आरबीआई ने 'अपने ग्राहक को जानें' (केवाईसी) मानदंडों का अनुपालन न करने की वजह से पेटीएम बैंक पर 5.39 करोड़ रुपये का आर्थिक जुर्माना भी लगाया था. इसके साथ ही नवीनतम कार्रवाई में अनिवार्य रूप से पेटीएम बैंक की बैंकिंग गतिविधियों को रोकने का निर्देश भी दिया गया है. हालांकि ऐसा जरूर लगता है कि पेटीएम यूपीआई ऐप, जिसकी वजह से कंपनी ने पहली बार शोहरत हासिल की थी, वो तो फिलहाल चालू रहेगा. और कहीं न कहीं पेटीएम की ये पूरी कहानी स्टार्ट-अप की दुनिया की हकीकतों को दर्शाती है. हालांकि पेटीएम पेमेंट बैंक प्रकरण की फुल डिटेल क्या है ये तो आने वाले समय में ही पता चलेगी. फ़िलहाल रिजर्व बैंक ने अपनी कार्रवाई के व्यापक कारणों को सार्वजनिक कर दिया है. और वो ये की, अनिवार्य रूप से नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा  हो रहा है. इसके अलावा साल 2017 में पेटीएम ने वेल्थ मैनजमेंट बिजनेस में उतरने का प्लान बनाया साथ ही एक डिजिटल बैंक बनाने की भी उसकी योजना थी. इसी साल मई में पेटीएम पेमेंट्स बैंक की शुरुआत हुई और जून 2017 में ‘पेटीएम मनी’ भी लॉन्च किया . लेकिन अभी बात सिर्फ पेटीएम पेमेंट्स बैंक की करते हैं. इसने साल 2017 में कामकाज शुरू किया लेकिन 2018 तक ही इस पर खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए.  मार्च 2019 में आरबीआई के तहत काम करने वाले बैंकिंग लोकपाल ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया. और ये आरबीआई के KYC नियमों के उल्लंघन से जुड़ा मामला था. पेटीएम पेमेंट्स बैंक अपने एक खास अकाउंट के ट्रांजेक्शंस पर अच्छे से नजर नहीं रख रहा था. लेकिन उस समय मामला उतना नहीं बिगड़ा. साल 2020 में देश कोविड की महामारी थी. डिजिटल पेमेंट को एक बार फिर पुश मिल गया और पेटीएम को इसका बहुत फायदा हुआ. जुलाई 2021 में पेटीएम को लेकर आरबीआई ने एक बार फिर तंज कसा.

पेटीएम बैंक क्या है और यह कैसे काम करता है?

पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड ने आरबीआई को ‘भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट’ के बारे में कुछ गलत जानकारी दी, जिस पर उसे ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया गया. और इसकी शुरुआत अगस्त 2017 से ही हो गयी थी. जिसके जवाब में ही पेटीएम ने आरबीआई को गलत जानकारी दी. भारतीय रिजर्व बैंक यानि की (आरबीआई) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Ban on Paytm Payments Bank) को निर्देश दिया है कि वह अपने ज्यादातर कारोबार को रोक दे. ऐसे में कंपनी भारी संकट का सामना कर रही है. इसके साथ ही आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी कस्टमर अकाउंट, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी, 2024 के बाद डिपॉजिट या टॉप-अप स्वीकार नहीं करने के कड़े निर्देश दिए हैं. आरबीआई ने इसके पहले 11 मार्च, 2022 को पीपीबीएल को तत्काल प्रभाव से नए कस्टमर को ऐड करने से भी रोका था. पेटीएम पेमेंट्स बैंक वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) की सहयोगी इकाई है. वन97 कम्युनिकेशंस के पास पीपीबीएल की चुकता शेयर पूंजी का लगभग 49 प्रतिशत हिस्सा है. बैंक में विजय शेखर शर्मा की लगभग 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है. अगर आपको ऐसा लग रहा है की पेटीएम बंद होने से कहीं आपके पैसे न डूब जाएँ तो आपको घबराने की जरुरत नहीं हैं. क्यूंकि पेटीएम वॉलेट के कस्टमर तब तक इसका उपयोग कर सकते हैं, जबतक कि उनकी शेष राशि खत्म न हो जाए. वे 29 फरवरी के बाद इसमें राशि नहीं ऐड कर सकेंगे. अगर आरबीआई नरम नहीं पड़ा, तो पेटीएम वॉलेट के लिए टॉप-अप बंद हो सकता है और इसके माध्यम से लेनदेन नहीं किया जायेगा. इस समय 20 से ज्यादा बैंक और नॉन-बैंकिंग इंस्टीट्यूशन वॉलेट सर्विस देती हैं. इनमें मोबिक्विक, फोनपे, ए   सबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, अमेजन पे आदि प्रमुख हैं. इसके तरह एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, आईडीएफसी, एयरटेल पेमेंट्स बैंक जैसे 37 बैंक फास्टैग सर्विस देते आये हैं. यूजर्स अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग या गूगल पे और फोनपे जैसे थर्ड पार्टी ऐप से फास्टैग को रिचार्ज भी कर सकते हैं.

वहीँ पेटीएम प्रबंधन ने कहा है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक बिजनेस जारी रखने के लिए आरबीआई के साथ लगातार चर्चा कर रहा है और उनके निर्देशों का पालन करने को तैयार है. वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा की डिजिटल भुगतान और सेवा ऐप पेटीएम काम कर रहा है और 29 फरवरी के बाद भी यह हमेशा की तरह काम करता रहेगा.