आयुर्वेद में कई पेड़-पौधों की जड़, फूल, छाल और फलों को औषधि के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है। इन्हीं औषधीय पेड़ों में अर्जुन का नाम भी शामिल है जिसके कई औषधीय लाभ होते हैं।
यह दिल की मांसपेशियों को मजबूत और टोन करता है। हार्ट को सही तरह से फंक्शन करने में भी मदद करता है। अर्जुन के छाल में उच्च रक्तचाप रोधी गुण भी होते हैं और यह उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
दिल की बिमारी के लिए आप इसके 1 या 2 चम्मच पाउडर को गुनगुने दूध के साथ ले सकते हैं। ताज़ी छाल को भी पानी में उबालकर ले सकते हैं।
यह हड्डियों की मजबूती के लिए भी बहुत लाभकारी है। आप इसे पानी में उबाल कर ले सकते हैं।
अर्जुन के छाल का पाउडर आयुर्वेद में कई फायदे बताये गए हैं। डायबिटीज राेगियाें के लिए इसे बेहद लाभदायक माना जाता है। अर्जुन की छाल के इस्तेमाल से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।
यदि आपके गले में खराश है तो आप अर्जुन की छाल को पानी में उबालकर इसमें शहद मिलकार गरम-गरम पि सकते हैं।
अर्जुन छाल त्वचा की उम्र बढ़ने से रोकता है। अर्जुन में अच्छा एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है जो त्वचा में होने वाली क्षति को रोकता है। यह नई त्वचा कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है, त्वचा को हाइड्रेट करता है और त्वचा की लोच में सुधार करता है।
यह उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर को कंट्रोल करने में उपयोगी होता है। इसके मजबूत एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुणों के कारण यह कुल रक्त कोलेस्ट्रॉल, खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करता है औरअच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करता है।
अर्जुन की छाल को बढे कोलेस्ट्रॉल के लिए भोजन के बाद दिन में दो बार एक गिलास दूध या पानी में 1 चम्मच के साथ लेने की सलाह दी जाती है।
इसके साथ ही अर्जुन की छाल खासी में राहत, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहने, इम्यूनिटी बूस्ट करने और पाचन तत्र आदि के लिए लाभकारी बतायी जाती है।