अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक कानून निकाय ने जेआईबीएस निदेशक को विशेष मान्यता प्रदान की

नई दिल्ली, 20 जून (आईएएनएस)। भारत के प्रसिद्ध व्यवहार वैज्ञानिक और जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) के निदेशक- प्रो. ऑफ एमिनेंस (डॉ.) संजीव पी. साहनी को उनके अग्रणी कार्य के लिए कानून और मनोविज्ञान के इंटरनेशनल क्रिमिनल लॉ एसोसिएशन द्वारा एक विशेष मान्यता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक कानून निकाय ने जेआईबीएस निदेशक को विशेष मान्यता प्रदान की
अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक कानून निकाय ने जेआईबीएस निदेशक को विशेष मान्यता प्रदान की नई दिल्ली, 20 जून (आईएएनएस)। भारत के प्रसिद्ध व्यवहार वैज्ञानिक और जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) के निदेशक- प्रो. ऑफ एमिनेंस (डॉ.) संजीव पी. साहनी को उनके अग्रणी कार्य के लिए कानून और मनोविज्ञान के इंटरनेशनल क्रिमिनल लॉ एसोसिएशन द्वारा एक विशेष मान्यता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

यह पुरस्कार इस महीने की शुरुआत में सर्बिया के ज्लाटिबोर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक कानून के खुले मुद्दे और सर्बिया गणराज्य के आपराधिक कानून के सुधार पर अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया था।

घोषणा पर आभार व्यक्त करते हुए डॉ. साहनी ने कहा, यह वास्तव में मेरे लिए खुशी का क्षण है कि मेरे और मेरे संगठन (जेआईबीएस) द्वारा निर्मित कार्य अधिक मान्यता प्राप्त कर रहा है। हम आपराधिक कानून, व्यवहार और मनोविज्ञान के लिए काम करना जारी रखेंगे।

हाल ही में वल्र्ड सोसाइटी ऑफ विक्टिमोलॉजी (डब्ल्यूएसवी) के उपाध्यक्ष के रूप में भी चुने गए डॉ साहनी ने आगे कहा, हम विक्टीमोलॉजी और फोरेंसिक विज्ञान सहित कानून और अपराध के अन्य पहलुओं पर काम करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और उस दिशा में, जेआईबीएस- सेंटर फॉर क्रिमिनोलॉजी एंड फोरेंसिक स्टडीज और सेंटर फॉर विक्टिमोलॉजी एंड साइकोलॉजिकल स्टडीज में हमारे शोध केंद्र उत्कृष्ट उत्पादन कर रहे हैं।

यह उल्लेख करना उचित है कि डॉ साहनी को पहले सर्बिया के सबसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थान, सर्बियाई एकेडमी ऑफ साइंसेज एंड आर्ट्स द्वारा मेडल ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जा चुका है। एक प्रतिष्ठित अकादमिक के रूप में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय अनुक्रमित पत्रिकाओं में 40 से अधिक शोध लेख प्रकाशित किए हैं और उनके खाते में 19 पुस्तकें हैं।

--आईएएनएस

एसकेके/आरएचए

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