एक दशक में दस गुना बढ़ सकता है भारतीय क्रूज बाजार : सोनोवाल

मुंबई, 14 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को कहा कि भारत के क्रूज बाजार में अगले एक दशक के दौरान दस गुना विकसित होने की क्षमता है।
एक दशक में दस गुना बढ़ सकता है भारतीय क्रूज बाजार : सोनोवाल
एक दशक में दस गुना बढ़ सकता है भारतीय क्रूज बाजार : सोनोवाल मुंबई, 14 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को कहा कि भारत के क्रूज बाजार में अगले एक दशक के दौरान दस गुना विकसित होने की क्षमता है।

केंद्रीय मंत्री ने अतुलनीय भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन 2022 का शुभारंभ करने के बाद कहा कि बढ़ती हुई मांग और लोगों के पास बढ़ी डिस्पोजेबल आमदनी के दम पर भारतीय क्रूज बाजार तेजी से विस्तृत हो सकता है।

उन्होंने कहा कि सरकार इसकी क्षमताओं को जानती है और वह समुद्र तथा नदी में चलने वाले क्रूज के लिए उच्च स्तर का बुनियादी ढांचा तैयार करके भारत को वैश्विक क्रूज हब के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत एक अभूतपूर्व क्रूज गंतव्य है। उन्होंने कहा कि देश की 7,500 किलोमीटर से अधिक लंबी तटीय सीमा और नदियों के बड़े जाल के बीच ऐसे कई आकर्षण केंद्र हैं, जिनके बारे में दुनिया अभी जानती नहीं है।

सोनोवाल ने बताया कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को मिलाकर टास्क फोर्स का गठन हुआ, जिसका काम देश में क्रूज टूरिज्म के विकास के अनुकूल माहौल तैयार करना है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उद्धृत करते हुए कहा कि परिवर्तन परिवहन के जरिये संभव है और इसके लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना होगा। बंदरगाह आधारित विकास परिवहन, पर्यटन और क्रूज पर्यटन सभी के लिए समेकित इकोसिस्टम विकसित कर सकता है।

केंद्रीय पोत परिवहन राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि चार थीम आधारित तटीय गंतव्य सर्किट विकसित किए गए हैं, ताकि क्रूज की मांग बढ़े।

उन्होंने बताया कि लाइटहाउस और आइलैंड टूरिज्म भी विकसित किए जा रहे हैं।

केंद्र सरकार ने क्रूज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें की हैं, जैसे बुनियादी ढांचे में सुधार, पोर्ट फीस में कमी, आउस्टिंग चार्ज हटाना, क्रूज शिप को प्राथमिकता के आधार पर बर्थ देना, ई-वीजा फैसिलिटी देना आदि।

इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश-विदेश के 300 से अधिक हितधारक, निवेशक, सरकारी अधिकारी तथा विशेषज्ञ शामिल हुए।

--आईएएनएस

एकेएस/एसजीके

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