एयर इंडिया के सीईओ-नामित विल्सन को मिली नई भूमिका

नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। कैंपबेल विल्सन ने कहा है कि एयर इंडिया के सीईओ और एमडी के रूप में उनकी नियुक्ति एक ऐतिहासिक एयरलाइन का नेतृत्व करने का शानदार अवसर है।
एयर इंडिया के सीईओ-नामित विल्सन को मिली नई भूमिका
एयर इंडिया के सीईओ-नामित विल्सन को मिली नई भूमिका नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। कैंपबेल विल्सन ने कहा है कि एयर इंडिया के सीईओ और एमडी के रूप में उनकी नियुक्ति एक ऐतिहासिक एयरलाइन का नेतृत्व करने का शानदार अवसर है।

विल्सन इस समय सिंगापुर एयरलाइंस की सहायक कंपनी स्कूटर एयर के सीईओ हैं।

सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) पूर्ण-सेवा वाहक विस्तारा में टाटा समूह का एक संयुक्त उद्यम भागीदार है।

विल्सन ने कर्मचारियों को एक विज्ञप्ति के माध्यम से स्कूट से कहा, जो कथित तौर पर उनका विदाई पत्र था, आज दोपहर मैंने कार्यकारी दल और आपके यूनियन नेताओं को स्कूट और एसआईए समूह से मेरे इस्तीफे के बारे में सूचित किया।

उन्होंने कहा कि अपनी वर्तमान भूमिका को छोड़ना आसान निर्णय नहीं था, क्योंकि यह उनकी पहली पेशेवर नौकरी थी और पिछले 26 वर्षो से इसमें थे।

विमानन उद्योग में 26 साल का लंबा अनुभव रखने वाले विल्सन को इस सप्ताह की शुरुआत में एयर इंडिया का नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया था।

एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा था कि एशिया में एयरलाइन ब्रांड बनाने के विल्सन के अतिरिक्त अनुभव से एयर इंडिया को फायदा होगा।

इससे पहले, तुर्की एयरलाइंस के प्रमुख इलकर आयसी को टाटा द्वारा एयर इंडिया का सीईओ नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने 1 मार्च को इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।

विल्सन ने अपनी नई भूमिका की घोषणा के बाद कहा कि एयर इंडिया दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइनों में से एक बनने के लिए एक रोमांचक यात्रा के शिखर पर है, जो एक विशिष्ट ग्राहक अनुभव के साथ विश्वस्तरीय उत्पादों व सेवाओं की पेशकश करता है, जो भारतीय गर्मजोशी और आतिथ्य दर्शाता है।

जनवरी 2022 में केंद्र ने राष्ट्रीय वाहक एयर इंडिया का प्रबंधन नियंत्रण टाटा संस की एक सहायक कंपनी को सौंप दिया।

एयर इंडिया का रणनीतिक विनिवेश तभी पूरा हो गया था, जब केंद्र को स्ट्रेटेजिक पार्टनर टैलेस से 2,700 करोड़ रुपये का विचार प्राप्त हुआ था, जो टाटा संस की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।

अग्रिम भुगतान के अलावा, टैलेस पर 15,300 करोड़ रुपये का कर्ज रहेगा।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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