यूपी कंज्यूमर पैनल ने एयरलाइंस पर लगाया 85.5 लाख रुपये का जुर्माना

लखनऊ, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। लखनऊ में राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने इंडिगो एयरलाइंस को सेवा में कमी और अनुचित व्यापार व्यवहार के लिए शिकायतकर्ता विनय शंकर तिवारी को मुआवजे और हर्जाने के रूप में 85.5 लाख रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया है।
यूपी कंज्यूमर पैनल ने एयरलाइंस पर लगाया 85.5 लाख रुपये का जुर्माना
यूपी कंज्यूमर पैनल ने एयरलाइंस पर लगाया 85.5 लाख रुपये का जुर्माना लखनऊ, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। लखनऊ में राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने इंडिगो एयरलाइंस को सेवा में कमी और अनुचित व्यापार व्यवहार के लिए शिकायतकर्ता विनय शंकर तिवारी को मुआवजे और हर्जाने के रूप में 85.5 लाख रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया है।

आयोग के सदस्य राजेंद्र सिंह ने अपने आदेश में कहा कि इंडिगो को मुआवजे के रूप में 35 लाख रुपये, मानसिक पीड़ा और उत्पीड़न के लिए 50 लाख रुपये और मामले की लागत के रूप में 50,000 रुपये प्रति वर्ष 10 प्रतिशत की दर से ब्याज के साथ भुगतान करना पड़ा।

तिवारी ने 15 अप्रैल, 2013 को क्लियरट्रिप के जरिए लखनऊ से दिल्ली के लिए हवाई टिकट बुक किया था। उनका पीएनआर नंबर इंडिगो फ्लाइट नंबर 6 ई-141 का ईआरबीवीएलएस था, जबकि प्रस्थान का समय सुबह 10.50 बजे था। वह लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंचे और फ्लाइट में चेक किया। अपनी आवंटित सीट नंबर 5 ए पर बैठ गए।

टेक-ऑफ से ठीक पहले, केबिन क्रू ने उन्हें सूचित किया कि उनका टिकट रद्द कर दिया गया है और उन्हें बेरहमी से फ्लाइट से उतार दिया गया है। तिवारी ने क्लियरट्रिप से पूछताछ की और बताया गया कि उनकी तरफ से टिकट रद्द नहीं किया गया है।

इंडिगो से आगे की पूछताछ में पता चला कि शैलेंद्र ने सुबह 7.38 बजे टिकट रद्द कर दिया था।

राज्य आयोग ने माना कि अगर यह माना जाता कि टिकट सुबह 7.38 बजे रद्द कर दिया गया था, तो उन्होंने तिवारी को उड़ान में चेक इन करने की अनुमति क्यों दी। इंडिगो एयरलाइंस ने तिवारी को न तो उक्त व्यक्ति का मोबाइल नंबर जमा किया और न ही किसी संदेश का स्क्रीनशॉट है।

पूरी परिस्थितियों और रिकॉर्ड पर सबूतों को देखने के बाद, राज्य आयोग ने कहा कि इंडिगो एयरलाइंस द्वारा सेवा में कमी थी और उसने एक यात्री के साथ अनुचित व्यापार व्यवहार भी किया, जो दिल्ली में एक जरूरी बैठक में भाग लेने जा रहा था।

--आईएएनएस

एसएस/आरजेएस

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