इंडिया सीमेंट्स ने अपने श्रमिक संघों के साथ 4 साल का नया वेतन समझौता किया

चेन्नई, 23 जनवरी (आईएएनएस)। सीमेंट प्रमुख इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसने अपने श्रमिक संघों के साथ एक नया वेतन समझौता किया है।
इंडिया सीमेंट्स ने अपने श्रमिक संघों के साथ 4 साल का नया वेतन समझौता किया
इंडिया सीमेंट्स ने अपने श्रमिक संघों के साथ 4 साल का नया वेतन समझौता किया चेन्नई, 23 जनवरी (आईएएनएस)। सीमेंट प्रमुख इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसने अपने श्रमिक संघों के साथ एक नया वेतन समझौता किया है।

समझौते पर शुक्रवार (13 जनवरी) को वाइस-चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर एन. श्रीनिवासन और इंटक, एलपीएफ, सीटू, एमडीएमके से जुड़े ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों और कंपनी के प्लांट्स में आंतरिक यूनियनों ने उप मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय), चेन्नई, पी.अरुणकुमार और उप मुख्य श्रम आयुक्त (मध्य), हैदराबाद, डी.श्रीनिवासुलू के समक्ष हस्ताक्षर किए थे।

1 अप्रैल, 2022 से प्रभावी चार साल का समझौता, कंपनी के सभी 10 सीमेंट संयंत्रों में कार्यरत श्रमिकों के लिए प्रति माह कुल 5,000 रुपये की वृद्धि का प्रावधान करता है और इससे 500 से अधिक श्रमिकों को लाभ होगा।

इसके अलावा, समझौते में सीपीआई (1960 श्रृंखला) में देय परिवर्तनीय डीए को 2.55 रुपये प्रति बिंदु से संशोधित कर 2.75 रुपये प्रति बिंदु करने का प्रावधान है। इससे निपटान अवधि के अंत में प्रति व्यक्ति प्रति माह अतिरिक्त 5,000 रुपये मिलने की उम्मीद है। इस प्रकार, 5,000 रुपये वेतन वृद्धि के साथ एक कर्मचारी चौथे वर्ष के अंत में लगभग 10,000 रुपये की वृद्धि पाने का हकदार होता है।

समझौते के अलावा, प्रबंधन ने समझौते में शामिल सभी कर्मचारियों के लिए प्रति कर्मचारी 3 लाख रुपये के वार्षिक बीमा कवर के लिए एक नई फ्लोटर मेडिक्लेम पॉलिसी की भी घोषणा की है। प्रतिवर्ष लगभग 1.65 करोड़ रुपये की प्रीमियम राशि कंपनी द्वारा वहन की जाएगी।

श्रीनिवासन ने कहा, पिछले 30 वर्षो से मैं सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साथ सीमेंट उद्योग की ओर से बातचीत कर रहा हूं। चूंकि आम सहमति पर पहुंचने में समय लग रहा है, इसलिए हमने अपने सभी संयंत्रों में कर्मचारियों को लाभ देने के लिए अब अपनी यूनियनों के साथ 12 (3) समझौते में प्रवेश किया है।

साल 1992 से श्रीनिवासन सीमेंट उद्योग की ओर से केंद्रीय यूनियनों के साथ बातचीत की अगुवाई कर रहे हैं और 2018 तक सात समझौते किए हैं।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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