Benefits OF DD: डिमांड ड्राफ्ट क्या है, प्रकार और फायदे जानिए

demand draft kaise banta hai
 

Bussiness Desk ,New Delhi : अगर आप किसी को कुछ रकम देना चाहते हैं तो उसके कई तरीके होते हैं जैसे आनलाइन फंड़ ट्रांसफर‚ चेक के जरिये फंड़ ट्रांसफर या मोबाइल ऐप के जरिये फंड़ ट्रांसफर। लेकिन एक तरीका ऐसा भी है जो वर्षों से चला आ रहा है और काफी सुरक्षित माना जाता है। इस तरीके में भुगतान करने वाले और भुगतान पाने वाले दोनों ही के लिए सुरक्षा की गारंटी होती है। यह तरीका है डिमांड ड्राफ्ट का। जी. हां. डिमांड ड्राफ्ट के जरिये आप कितनी भी रकम किसी को भेज सकते हैं। आइए डिमांड ड्राफ्ट के बारे में कुछ अहम बातें जानने की कोशिश करते हैं।

क्या है डिमांड ड्राफ्ट
डिमांड ड्राफ्ट चेक की तरह का ही एक भुगतान आर्ड़र होता है जिसे कोई भी बैंक खाताधारक अपने खाते से बनवा कर किसी को भी दे सकता है। मान लीजिये आपको दो लाख रुपये ‘एक्स' को अदा करने हैं‚ ‘एक्स' दुनिया के किसी भी कोने में हो आप उसके नाम से उक्त राशि का डिमांड ड्राफ्ट बनवा कर उसे ड़ाक के जरिये भेज सकते हैं। वह व्यक्ति अपने खाते में उक्त ड्राफ्ट को जमा करके भुगतान पा लेगा। डिमांड ड्राफ्ट को भुगतान के वादे के साथ जारी किया जाता है इसलिये इसमें निहित रकम को उसके प्राप्तकर्ता को मिल जाने की पूरी गारंटी होती है। 

फंड ट्रांसफर का भरोसेमंद तरीका
देश के सभी बैंक अपने खाताधारकों की तरफ से मांग पर डिमांड ड्राफ्ट जारी करते हैं। डिमांड ड्राफ्ट यानी ड़ीड़ी जारी करने वाला बैंक इस बात की गारंटी दोनों पक्षों को देता है यानी प्राप्तकर्ता को और भुगतानकर्ता को। यह फंड ट्रांसफर का सबसे भरोसेमंद तरीका माना जाता है। इसकी वजह यह है कि इसमें भुगतान करने वाला व्यक्ति पैसे का भुगतान पहले कर देता है इससे प्राप्तकर्ता भी निश्चित हो जाता है कि उसका भुगतना मिल ही जाना है। साथ ही बैंक को भी इसपर कोई दिक्कत नहीं होती है क्योंकि उसे भी ड़ीड़ी जारी करने के लिए भुगतान की जाने वाली रकम और शुल्क का भुगतान पहले ही मिल जाता है॥। 

कितना होता है शुल्क
डिमांड ड्राफ्ट पर लगने वाला शुल्क आमतौर पर सभी बैंकों में एक ही होता है। लेकिन निजी और सरकारी क्षेत्र के बैंकों में लगने वाले शुल्क में कुछ अंतर हो सकता है। आमतौर पर बैंक 5000 रुपये तक के ड़ीड़ी पर 25 रुपये शुल्क और इस पर जीएसटी वसूल करते हैं। 5000 रुपये से 10 हजार रुपये तक के ड़ीड़ी पर 50 रुपये प्लस जीएसटी वसूला जाता है जबकि 10 हजार से एक लाख रुपये तक के ड्राफ्ट पर प्रति एक हजार रुपये पर तीन से पांच रुपये शुल्क होगा जिसमें न्यूनतम 55 रुपये और अधिकतम 15 हजार रुपये का शुल्क आमतौर पर वसूला जाता है।

कैसे बनवाएं डिमांड ड्राफ्ट
डिमांड बनवाने के लिए‚ खाताधारक को एक आवेदन पत्र भरना होता है‚ जिसमें पाने वाले का पूरा विवरण जैसे उसका नाम‚ धनराशि और जरूरी दस्तावेज जैसे केवाईसी विवरण आदि देने होते हैं। आवेदन पत्र प्रक्रिया में आ जाने के बाद खाताधारक नकद या अपने खाते से सीधे बैंक को रकम का भुगतान करता है और ड्राफ्ट बनवा लेता है। 

क्या होती हैं शर्तं
डिमांड ड्राफ्ट आमतौर पर तीन महीने तक के लिए मान्य होता है। प्राप्तकर्ता को समय सीमा के भीतर डीडी को भुनाना या अपने बैंक खाते में लगाना जरूरी है‚ ताकि बाद में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा अगर ड़ीड़ी प्राप्तकर्ता से या भुगतानकर्ता से कहीं खो गया है तो इसके लिए बैंक को तुरंत सूचित करना होगा और कुछ शुल्क जमा करके उसकी डु़प्लीकेट कॉपी जारी करने के लिएबैंक को कहना होगा। बैंक शुल्क प्राप्त करके उसकी डु़प्लीकेट कॉपी जारी कर देगा। इसके अलावा अगर आप ड़ीड़ी को नकद बनवाना चाहते हैं तो सिर्फ 20 हजार रुपये नकद देकर ही इसे बनवा सकते हैं। इससे ज्यादा राशि के डीडी बनवाने के लिए आपको अपने खाते से ही रकम जारीकर्ता बैंक को ट्रांसफर करनी होगी।

डिमांड ड्राफ्ट के प्रकार
डिमांड ड्राफ्ट आमतौर पर दो प्रकार के होते हैं पहला साइट डिमांड ड्राफ्ट और दूसरा टाइम डिमांड ड्राफ्ट। साइट डिमांड ड्राफ्ट बनाते वक्त कुछ दस्तावेजों का वैरिफिकेशन करते हैं उसके बाद ही उसका भुगतान करते हैं। अगर ड्राफ्ट प्राप्तकर्ता इन दस्तावेज़ों में से किसी एक को भी पेश नहीं कर पाता है‚ तो बैंक से उसका भुगतान नहीं मिल सकेगा। टाइम डिमांड ड्राफ्ट समय की एक विशिष्ट अवधि के बाद और उससे पहले देने योग्य होते हैं। इसका भुगतान बैंक से पहले नहीं प्राप्त किया जा सकता है। आमतौर पर इस तरह के ड्राफ्ट आयातक और निर्यातक इस्तेमाल करते हैं। 

कैसे होता है इसका एनकैशमेंट
रिजर्व बैंक ने ड्राफ्ट भुनाने से जुड़े़ नियमों में कुछ बदलाव किए थे। इन नियमों के तहत आप बैंक शाखा से सीधे इसका एनकैशमेंट नहीं करा सकते। ड्राफ्ट को आप अपने खाते में ड़ालेंगे तभी आपका पैसा आपको मिल सकेगा। अगर बैंक ड्राफ्ट जारी करने वाला बैंक वही है जिसमें आप इसका भुगतान प्राप्त कर रहे हैं तो आपका पैसा जल्द ट्रांसफर हो जाता है। अगर ड्राफ्ट किसी अन्य बैंक का है तो आपके द्वारा अपने खाते में ड्राफ्ट लगाए जाने के बाद जब आपका बैंक इसे जारीकर्ता बैंक के पास भेजता है तो वह उसकी कुछ जांच करता है। इससे भुगतान में कुछ समय लग सकता है।

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