Real Estate Investment Tips : रियल एस्टेट में निवेश करते समय रखें इन बातों का ध्यान
 

Real Estate Investment Tips : real estate investment tips and tricks 
 Real Estate Investment Tips : रियल एस्टेट में निवेश करते समय रखें इन बातों का ध्यान
बिजनेस डेस्क नई दिल्ली : रियल्टी सेक्टर में किय जाने वाला निवेश लंबी अवधि को होता है साथ ही इसमें निवेश की जाने वाली रकम भी छोटी नहीं होती ऐसे में जरूरी है कि किसी भी तरह की संपत्ति खरीदते समय उससे जुड़े पहलुओं की जांच–परख भलीभांति कर ली जाए। वैसे तो इस सेक्टर में निवेश का सीधा व सबसे सरल सिद्धांत यही है कि बेहतरीन लोकेशन पर सस्ती संपत्ति खरीदी जाए और भविष्य में चलकर जब उसके दाम बढ़ जाएं तो उसे बेचकर भारी मुनाफा कमाया जाए। दो दशक पहले स्थितियां कुछ ऐसी थीं कि मांग बहुत अधिक होने से एक तिमाही में ही निवेशकों को मुनाफा होने लगता था। इसके अलावा नियमों के अभाव में कई बिल्डर्स और डेवलपर्स प्री–लांच यानी किसी परियोजना की आधिकारिक घोषणा से पूर्व में की जाने वाली बिक्री के जरिये भी निवेशकों को चार से छह महीनों के भीतर मुनाफे के तौर पर अच्छी रकम मिल जाती थी। लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं है। विशेष तौर पर रियल एस्टेट रेगुलेटर आने के बाद रियल्टी सेक्टर में बहुत से सकारात्मक बदलाव आए हैं। चूंकि संपत्तियों में किया जाने वाला निवेश लंबी अवधि का होता है अतः ऐसे में जरूरी है कि कुछ चीजों का ध्यान रखा जाए। 

इन्वेस्टमेंट और रिटर्न पर करें गौर

रियल एस्टेट में निवेश करते वक्त आपको संपत्तियों की विविधता को समझ लेना चाहिए। जैसे रिटेल या कामÌशयल इस्तेमाल की संपत्तियों के दाम आवासीय इस्तेमाल की तुलना में अधिक होते हैं। यह जरूरी नहीं कि जिस संपत्ति के दाम अधिक होंगे भविष्य में आपको उसी अनुपात में मुनाफा हो। ऐसे में यह देखें कि आप जो संपत्ति खरीद रहे हैं उसमें आपको कितना निवेश करना है और भविष्य में जब आप उसकी बिक्री करेंगे तो आपका रेट आफ रिटर्न क्या होगा। इस समीकरण को समझने के बाद ही आपको निवेश का फैसला करना चाहिए। 

लोकेशन का अपना महत्व

संपत्ति किस स्थान पर है‚ इसका सटीक चयन करना निवेश की मुख्य कुंजी है। किसी भी क्षेत्र की लोकेशन‚ सुरक्षा‚ विकास की दिशा‚ और मूलभूत सुविधाएं निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। लोकेशन को दो तरह से समझा जा सकता है कि किसी शहर की किस लोकेशन पर आप संपत्ति ले रहे हैं और जिस लोकेशन या कॉलोनी में आप संपत्ति ले रहे हैं वहां उस संपत्ति की लोकेशन क्या है अर्थात वह संपत्ति किस फ्लोर पर है‚ वह किसी पार्क के सामने है या कॉर्नर की प्रॉपर्टी हैॽ इन चीजों से उसकी मांग के साथ ही कीमत में वृद्धि की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा जहां आप संपत्ति ले रहे हैं यदि वहां सुरक्षा–व्यवस्था अच्छी नहीं होगी तो जाहिर है उस तरफ खरीदार भी नहीं झांकेंगे इसके अलावा मनोरंजन‚ स्कूल‚ कनेक्टिविटी और रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए बाजार आदि पर भी निवेश से पहले एक नजर डाल लेनी चाहिए। 

भविष्य की जरूरतें

अगर किसी संपत्ति में आप अपने इस्तेमाल के लिए निवेश कर रहे हैं तो भविष्य की आवश्यकताओं को जेहन में रखते हुए निर्णय करें। मसलन हो सकता है कि फिलहाल आपका परिवार छोटा हो और कुछ वषाç बाद जब बच्चों के रूप में आपका परिवार बढ़े तो आवासीय संपत्ति में जगह व कमरों की कमी का अहसास न हो। इसी तरह हो सकता है कि जब आप निवेश करें तो उस वक्त आपके माता–पिता या अन्य करीबी संबंधी आपके साथ न हों लेकिन भविष्य में उन्हें भी आप साथ रखें। हमारे देश में यह बात कई मौकों पर कही जाती है कि घर बार–बार नहीं बनाया जाता ऐसे में भविष्य की जरूरतों को ध्यान रखते हुए आप निवेश करते हैं आप उचित निवेश कर पाने में सफल रहेंगे। 

कागजात और डेवलपर

आप किसी बिल्डर या डेवलपर के प्रोजेक्ट में संपत्ति लेने जा रहे हैं तो आपको उसकी पूर्व निÌमत परियोजनाओं की जानकारी होनी चाहिए। उन परियोजनाओं की सफलता‚ गुणवत्ता‚ और समय पर पूर्णता की परख करना आवश्यक है। इसी तरह यदि रीसेल पर संपत्ति खरीद रहे हैं तो उससे जुड़े हुए कागजात की परख जरूर करें। संभव है कि आपको उन कागजात की समझ न हो ऐसे में किसी वकील या बैंक की मदद ली जा सकती है। आप किसी भी तरह की संपत्ति का चयन करें‚ जरूरी है कि अपने निवेश के उद्देश्य और निवेश की समय–सीमा को स्पष्ट रूप से समझ लें इससे आपका निवेश सुरक्षित भी रहेगा और लाभप्रद भी।

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