दो बाईक से गोली आए गोली मारी और "रसूख" बनाये रखने के लिए कर दी हत्या  

गुना क्राइम न्यूज़
 guna crime news  मुस्लिम समाज में दोनों ही अपना रसूख बनाए रखना चाहते थे। लड़ाई वर्चस्व की थी और इसके चलते दोनों पक्षों में लंबे समय से रंजिश चली आ रही थी। दोनों पक्ष इस रंजिश के चलते कई बार आमने-सामने भी हो चुके थे और इनमें इस दौरान मारपीट भी हुई थी।  इसी बीच एक को जैसे ही मौका मिला तो उसने दूसरे की हत्या कर डाली। शहर के बीचों-बीच बीते रोज बोहरा कॉम्पलेक्स में हत्या में यहीं कहानी चर्चाओं में निकलकर सामने आ रही है। बदमाशों के बुलंद हौंसलों को प्रमाणित करने वाले दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड के दो आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार बदमाशों में एक जिला बदर बदमाश का पुत्र शामिल है, जो अपने साथी के साथ इंदौर भागने की फिराक में थे। बदमाश अपने मकसद में कामयाब हो पाते, उससे पहले ही पुलिस ने उन्हे पड़ोसी जिले शिवपुरी के बदरवास के पास से धर दबोचा। जिला बदर बदमाश सहित दो बदमाश फिलहाल फरार है। जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने फरार बदमाशों पर 10-10 हजार का ईनाम भी घोषित किया है, वहीं दो बदमाशों को वारदात के महज 24 घंटे के अंतराल में गिरफ्तार करने से उत्साहित पुलिस कप्तान ने फरार आरोपियों को भी जल्द पकड़ने की बात कही है। 

एजेंसी एवं मीडिया  से प्राप्त इनपुट अनुसार 

दिनदहाड़े दिया था वारदात को अंजाम

उल्लेखनीय है कि मुस्लिम समाज के अध्यक्ष मोहम्मद शफीक उर्फ काले खाँ की बीते रोज दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। वारदात उस समय की गई जब काले खाँ शहर के बीचों-बीच बोहरा कॉम्पलेक्स में स्थित क्लीनिक पर अपने दांतों का इलाज कराने आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावर संख्या में दो थे और बाइक से आए थे। जिन्होने काले खां में दो गोली मारी। इसके बाद बाइक से ही फरार हो गए। घटना से शहर में सनसनी फैल गई थी। साथ ही बवाल के हालात बने थे। काले खाँ समर्थकों ने पहले अस्पताल में हंगामा मचाया और फिर आरोपी के घर पर पथराव किया।  इस मामले में पुलिस ने हनीफ, रानू, विक्की और बाबू खाँ आदि चार लोगों पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया था। 

2 बाइक पर सवार होकर आये गोली मार दी 

पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि उन्होने वारदात को पूरी योजना से अंजाम दिया है। वारदात में चार लोग शामिल रहे। जिसमें दो बाइक पर सवार होकर आए और कॉम्पलेक्स में काले खाँ को गोली मारी। पहले सिर्फ काले खाँ को गोली मारने की बात सामने आ रही थी। अब बताया गया है कि उनके साथ मारपीट भी की गई थी। हमलावरों के दो साथी थोड़ी दूर खड़े थे। वारदात को अंजाम देने के बाद चारों बदमाश हनीफ खाँ के घर पहुंचे और वहां थोड़ी देर रुककर दो-दो की संख्या में बंटकर अलग-अलग दिशाओं में भाग लिए। हनीफ खाँ का पुत्र रानू अपने साथी बाबू के साथ बाईक पर सवार होकर शिवपुरी की तरफ भागा, वहीं खुद हनीफ और विक्की इंदौर तरफ जाना बताए गए है। रानू और बाबू जब बदरवास पहुंचे तो उनकी योजना बदल गई और उन्होने अन्य दोनों बदमाशों की तरफ इंदौर जाने का निर्णय लिए। जो इनके लिए घातक साबित हुआ। बदरवास से जैसे ही इन्होने गुना की सीमा में प्रवेश किया। पुलिस ने हाइवे से इन्हें धर दबोचा। 

24 घंटे में ही पुलिस ने किया गिरफ्तार 

शहर के बीचों-बीच दिनदहाड़े  हुई हत्या की वारदात के दो बदमाशों को महज 24 घंटे में गिरफ्तार करने से पुलिस उत्साहित है, वहीं अन्य दो फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामार कार्रवाई कर रही है। इसके लिए एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने जिले भर की पुलिस को अलर्ट किया है तो आसपास के जिलों की पुलिस से भी लगातार संपर्क में बने हुए है। इसके साथ ही पकड़े गए बदमाशों से भी फरार बदमाशों के बार में जानकारी उगलवाले की कोशिश की जा रही है। एसपी का कहना है कि फरार बदमाश जल्द ही गिरफ्तार में होंगे। 

मामूली विवाद से शुरू हुआ मामला पहुंच गया हत्या तक 

हनीफ खां और काले खाँ, दोनों ही रसूखदार और दबंग रहे हैं। इसके चलते दोनों ही मुस्लिम समाज में अपना रसूख बनाना चाहते थे। इसके लिए उनमें पहले मामूली विवाद हुए। समय निकलते यह विवाद रंजिश में गहराते चले गए। इसके चलते दोनों कई बार आमने-सामने हो चुके है और इस बीच उनमें मारपीट भी हुई। जब दोनों की संपत्ति और रसूख और बढ़ा तो सामाजिक लड़ाई वर्चस्व की जंग में बदल गई। साथ ही इनके खाते में आपराधिक मामले भी दर्ज  हुए। हनीफ पर तो जिला बदर की कार्रवाई तक हो चुकी है। 

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