तमिलनाडु में एक और नीट उम्मीदवार ने की आत्महत्या

चेन्नई, 15 सितम्बर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के वेल्लोर जिले के काटपाडी में राष्ट्रीय पात्रता के साथ साथ प्रवेश परीक्षा (नीट) की उम्मीदवार सौंदर्या टी बुधवार को अपने घर में मृत पाई गई। उसने रविवार को नीट की परीक्षा दी थी और अपने दोस्तों से कहा था कि उसका परीक्षा अच्छा नहीं गया है।
तमिलनाडु में एक और नीट उम्मीदवार ने की आत्महत्या
तमिलनाडु में एक और नीट उम्मीदवार ने की आत्महत्या चेन्नई, 15 सितम्बर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के वेल्लोर जिले के काटपाडी में राष्ट्रीय पात्रता के साथ साथ प्रवेश परीक्षा (नीट) की उम्मीदवार सौंदर्या टी बुधवार को अपने घर में मृत पाई गई। उसने रविवार को नीट की परीक्षा दी थी और अपने दोस्तों से कहा था कि उसका परीक्षा अच्छा नहीं गया है।

पुलिस को संदेह है कि नीट परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के कारण उसने आत्महत्या कर ली। हालांकि कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।

नीट परीक्षा के दबाव के कारण राज्य में सौंदर्या की मौत तीसरी आत्महत्या है, क्योंकि परीक्षा से कुछ घंटे पहले रविवार की सुबह एक 19 वर्षीय छात्र धनुष को उसके आवास पर लटका पाया गया था।

तमिलनाडु के अरियालुर जिले में एक वकील दंपति की बेटी कनिमोझी ने सोमवार शाम को नीट की परीक्षा अच्छा नहीं होने पर अपनी जान दे दी थी।

अपने शिक्षकों और दोस्तों के अनुसार, सौंदर्या, जिसने अपने स्थानीय सरकारी स्कूल में कक्षा 10 और 12 में टॉप किया था, एक मेधावी छात्रा थी। हालांकि, उसने अपने सहपाठियों से कहा था कि उसने रविवार को जो नीट परीक्षा दी थी, वह मुश्किल थी और उसे उम्मीद थी कि वह परीक्षा पास नहीं कर पाएगी।

पुलिस ने कहा कि उसके माता-पिता, एस. तिरुनावक्कारासु और टी. रुक्मणी, जिनके साथ वह रह रही थी, दिहाड़ी मजदूर हैं। वे बुधवार तड़के वेल्लोर के कटपडी के पास कथालपट्टू गांव में अपने घर से निकले थे।

माता-पिता के जाने के बाद सौंदर्या घर पर अकेली थी और जब पड़ोसियों ने उसे सुबह 10.30 बजे फोन किया तो उसने कोई जवाब नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस और उसके माता-पिता को फोन किया। पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ा तो अंदर से उसका शव मिला। पुलिस ने धारा 174 के तहत अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है।

द्रमुक सरकार राज्य में नीट परीक्षा को खत्म करने का आग्रह कर रही है और कहा था कि गरीब पृष्ठभूमि के छात्र परीक्षा में सफल नहीं हो पा रहे हैं।

मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने तमिलनाडु विधानसभा में नीट परीक्षा के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश करते हुए कहा था कि गांवों में रहने वाले छात्र परीक्षा में पास नहीं हो पा रहे हैं, क्योंकि उन्हें अच्छी कोचिग नहीं मिल पा रही है और राज्य ऐसा नहीं चाहता है।

नीट विरोधी विधेयक को सदन में सर्वसम्मति से पारित किया गया और भाजपा विधायकों ने बहिष्कार किया था।

--आईएएनएस

एचके/आरजेएस

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