तमिल नाडु में 47 बांधो के बनने का काम मई से होगा शुरु
चेंगलपट्टू और कांचीपुरम सहित राज्य के 24 जिलों में बांध बनाए जा रहे हैं। मंत्री दुरईमुरुगन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि बांध तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जो भूजल को रिचार्ज करने और किसानों को सिंचाई और पीने के पानी के लिए पर्याप्त पानी प्राप्त करने में मदद करने के लिए है। 47 चेक डैम बनने से लाभ होगा। राज्य के 24 जिलों में लगभग 1.5 लाख एकड़ कृषि भूमि है।
तमिल नाडु जल संसाधन विभाग के सूत्रों ने कहा कि काम मई के दूसरे सप्ताह में शुरू हो जाएगा और विभाग को उम्मीद है कि नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) परियोजना के लिए ऋण स्वीकृत करेगा।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने पदभार संभालने के तुरंत बाद भूजल रिचार्ज करने के लिए अगले 10 वर्षों में राज्य में 1,000 बांध बनाने की घोषणा की थी।
जल संसाधन विभाग के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि कुल 47 बांध में से नौ अकेले तिरुचि जिले में होंगे।
नाबार्ड के समर्थन से आने वाले 47 बांध के अलावा, राज्य के कोयंबटूर, सलेम, तेनकासी, करूर, थेनी, तिरुपथुर, विरुधुनगर, तिरुवल्लूर और तिरुपुर जिलों में 10 के लिए काम पहले से ही चल रहा है।
हम 47 बांधों का उपयोग कर भूजल रिचार्ज करने की प्रक्रिया में हैं और मुख्यमंत्री इस परियोजना की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि दस वर्षों की अवधि के भीतर राज्य में पर्याप्त भूजल होगा जब मुख्यमंत्री द्वारा परिकल्पित सभी 1,000 चेक डैम काम करने लगेंगे।
--आईएएनएस
एमएसबी/एसकेपी