निधि छिब्बर बनी सीबीएसई की नई चेयरपर्सन

नई दिल्ली, 15 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को उसका नया अध्यक्ष मिल गया है। केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी निधि छिब्बर को सीबीएसई चेयरपरसन बनाया है। देश के लगभग सभी राज्यों में सीबीएसई बोर्ड के माध्यम से लाखों छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन छात्रों की कुल संख्या किसी भी अन्य मौजूदा बोर्ड के मुकाबले कहीं अधिक है। वहीं सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं एवं 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं भी राष्ट्रीय स्तर पर ली जाती हैं।
निधि छिब्बर बनी सीबीएसई की नई चेयरपर्सन
निधि छिब्बर बनी सीबीएसई की नई चेयरपर्सन नई दिल्ली, 15 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को उसका नया अध्यक्ष मिल गया है। केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी निधि छिब्बर को सीबीएसई चेयरपरसन बनाया है। देश के लगभग सभी राज्यों में सीबीएसई बोर्ड के माध्यम से लाखों छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन छात्रों की कुल संख्या किसी भी अन्य मौजूदा बोर्ड के मुकाबले कहीं अधिक है। वहीं सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं एवं 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं भी राष्ट्रीय स्तर पर ली जाती हैं।

सीबीएसई के इस व्यापक स्वरूप के कारण ही इस शिक्षा बोर्ड के विभिन्न कार्यक्रमों का राष्ट्रव्यापी प्रभाव पड़ता है। परीक्षाएं, पाठ्यक्रम, नियम कायदे आदि लागू करने के साथ ही सीबीएसई देशभर में स्कूलों को मान्यता भी प्रदान करता है। स्कूलों की रूपरेखा, अनुशासन, छात्रों का मूल्यांकन आदि के लिए भी सीबीएसई द्वारा नियम बनाए जाते हैं।

सीबीएसई बोर्ड की चेयरमैन बनाई गई निधि छिब्बर 1994 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। फिलहाल वह भारी उद्योग मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात हैं। निधि छिब्बर सीबीएसई बोर्ड में विनीत जोशी का स्थान लेने जा रही हैं।

विनीत जोशी अभी तक सीबीएसई बोर्ड के चेयरमैन पद पर कार्यरत थे। जोशी देश के सबसे अग्रणी उच्च संस्थान शिक्षा संस्थानों में शामिल आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग कर चुके हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री एवं शेष शिक्षा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हासिल की है। वहीं सीबीएसई की नई चेयरमैन निधि छिब्बर ने इतिहास विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की है। सीबीएसई की नई चेयरमैन वकालत की पढ़ाई भी कर चुकी हैं उनके पास एलएलबी की डिग्री है। उन्होंने इंटेलेक्च ुअल प्रॉपर्टी राइट्स में पीजी डिप्लोमा भी किया है।

स्कूली शिक्षा के अलावा सीबीएसई की अन्य पाठ्यक्रमों एवं प्रतियोगी परीक्षा में भी भागीदारी रहती है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जेईई मेंस और जेईई एडवांस के लिए एक 19 सदस्यीय बोर्ड गठित किया है। आईआईटी व इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाले एग्जाम जेईई के लिए यह बोर्ड गठित किया गया है। इस अपेक्स बॉडी में भी सीबीएसई का प्रतिनिधित्व है।

जेईई के लिए बनाए गए इस विशेष बोर्ड के चेयरमैन आईआईटी मद्रास के पूर्व निदेशक प्रोफेसर भास्कर रामामूर्ति हैं। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक जेईई मेंस व जेईई एडवांस की प्रक्रिया और बेहतर एवं पारदर्शी बनाने के लिए जेईई बोर्ड का गठन किया गया है। जेईई के इस शीर्ष बोर्ड में कुल 19 सदस्य होंगे।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के डायरेक्टर जनरल (डीजी) को शिक्षा मंत्रालय ने इस बोर्ड का सदस्य सचिव बनाया है। हर बार की तरह इस बार भी जेईई के इस बोर्ड में विभिन्न आईआईटी संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शीर्ष बोर्ड में आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी गुवाहाटी और आईआईटी खड़कपुर के निदेशक इस बोर्ड में शामिल रहते हुए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएंगे।

वहीं सीबीएसई के चेयरमैन को भी बोर्ड में स्थान दिया गया है। शिक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी को भी बोर्ड में जगह मिली है। बोर्ड में एनआइटी व ट्रिपल आइटी के निदेशकों के और गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक और बिहार के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जा रहा है।

--आईएएनएस

जीसीबी/एसकेपी

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