पंकज त्रिपाठी ने की दान उत्सव पर पौधरोपण की अपील

मुंबई, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। अभिनेता पंकज त्रिपाठी ग्रो-ट्रीज डॉट कॉम के माध्यम से अधिक से अधिक पेड़ लगाने के मिशन दान उत्सव का समर्थन कर लोगों को पेड़ उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
पंकज त्रिपाठी ने की दान उत्सव पर पौधरोपण की अपील
पंकज त्रिपाठी ने की दान उत्सव पर पौधरोपण की अपील मुंबई, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। अभिनेता पंकज त्रिपाठी ग्रो-ट्रीज डॉट कॉम के माध्यम से अधिक से अधिक पेड़ लगाने के मिशन दान उत्सव का समर्थन कर लोगों को पेड़ उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

दान उत्सव, जिसे पहले द जॉय ऑफ गिविंग वीक के नाम से जाना जाता था, एक वार्षिक उत्सव है, जो 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाया जाता है।

पहल के बारे में बात करते हुए पंकज त्रिपाठी ने कहा, प्रकृति केवल एक सेल्फी, एक संसाधन, एक उपकरण तस्वीर क्लिक करने के लिए एक सुंदर बैकग्राउंड नहीं है। ग्रो-ट्रीज डॉट कॉम जैसे संगठन हमें पारिस्थितिक तंत्र को समझने और सम्मान करने में मदद करते हैं और मुझे आशा है कि लाखों और बड़े पैमाने पर वनीकरण आंदोलन के लिए तैयार हो जाओ और ना केवल दान उत्सव के दौरान बल्कि बाद में भी पेड़ लगाओ।

ग्रो-ट्रीज डॉट कॉम के सीईओ बिक्रांत तिवारी ने कहा, पंकज सिर्फ एक बहुत ही प्रतिभाशाली और सहज अभिनेता नहीं हैं, उन्हें पर्यावरण और हमारे साथ इस ग्रह को साझा करने वाले सभी जीवित प्राणियों के लिए बहुत सहानुभूति है। मुझे खुशी है कि वह प्रकृति के लिए बोल रहे हैं और लोगों को पेड़ लगाने के लिए कहना, क्योंकि उनकी आवाज निश्चित रूप से बड़ी संख्या में लोगों को ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगी।

मिर्जापुर के अभिनेता ने कहा, अगर 1,392,700,000 भारतीयों में से आधे ने भी पेड़ लगाए, तो इससे होने वाले हरे प्रभाव की कल्पना करें। अगर आपके पास अपनी खुद की जमीन नहीं है, जहां आप एक पेड़ लगा सकते हैं, तो ग्रो-ट्रीज डॉट कॉम से संपर्क करें। विशेष अवसरों पर गुलदस्ते उपहार में देने के बजाय एक पेड़ का दान करें।

पंकज ने कहा, ऑक्सीजन और पानी मुक्त नहीं हैं और बारिश अपने आप नहीं आती है। वे स्वस्थ पारिस्थितिक तंत्र के परिणाम हैं। प्रकृति एक जीवित, सांस लेने वाली प्रणाली है, जो हमें जिदा रखती है और हमें इसे स्वस्थ बनाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

ग्रो-ट्रीज डॉट कॉम एक सामाजिक संगठन है, जिन्होंने विश्व स्तर पर लाखों पेड़ लगाने में मदद की है और बड़े पैमाने पर वनीकरण के प्रयास शुरू किए हैं। यह कम-कौशल वाली नौकरियां भी पैदा करता है, कार्बन में कमी, जलग्रहण क्षेत्रों के उन्नयन, स्थानीय समुदायों और सभी जीवित प्राणियों की भलाई पर सीधा प्रभाव डालता है।

--आईएएनएस

एचके/एएनएम

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