बढ़ती गर्मी के मद्देनजर इस वर्ष दिल्ली में 1000 एमजीडी पेयजल का लक्ष्य

नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार ने गर्मी के मौसम में पीने के पानी की समस्या से निपटने के लिए समर एक्शन प्लान 2022 तैयार किया है। पिछले साल की गर्मियों में दिल्ली में 935 एमजीडी पानी सप्लाई की जाती थी। वहीं, इस साल बढ़ती गर्मी के मद्देनजर पानी का उत्पादन बढ़ाकर 1000 एमजीडी तक करने का लक्ष्य रखा है। यानि की इस बार गर्मी में राजधानी दिल्ली में 65 एमजीडी अधिक पानी की आपूर्ति की जानी है।
बढ़ती गर्मी के मद्देनजर इस वर्ष दिल्ली में 1000 एमजीडी पेयजल का लक्ष्य
बढ़ती गर्मी के मद्देनजर इस वर्ष दिल्ली में 1000 एमजीडी पेयजल का लक्ष्य नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार ने गर्मी के मौसम में पीने के पानी की समस्या से निपटने के लिए समर एक्शन प्लान 2022 तैयार किया है। पिछले साल की गर्मियों में दिल्ली में 935 एमजीडी पानी सप्लाई की जाती थी। वहीं, इस साल बढ़ती गर्मी के मद्देनजर पानी का उत्पादन बढ़ाकर 1000 एमजीडी तक करने का लक्ष्य रखा है। यानि की इस बार गर्मी में राजधानी दिल्ली में 65 एमजीडी अधिक पानी की आपूर्ति की जानी है।

इस संबंध में गुरुवार को जल मंत्री एवं दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन ने दिल्ली सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक की। जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने बैठक में अधिकारियों से पेयजल आपूर्ति से संबंधित कार्य, पानी की लाइनें बिछाने, ट्रीटमेंट प्लांट को दुरुस्त करने आदि कार्यों को लेकर प्रगति रिपोर्ट मांगी है। साथ ही, दिल्ली के विभिन्न इलाकों में टैंकरों से पानी पहुंचाने के कार्य में सुधार लाने और शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, पानी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड ने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को भी अपग्रेड किया है।

गर्मी के महीनों के दौरान जल उपचार संयंत्रों और संबंधित पंपिंग प्रतिष्ठानों को बंद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पानी में अमोनिया के उच्च स्तर के कारण वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद होने से रोकने के लिए हरियाणा में निरंतर निगरानी की जाएगी। दरअसल, हरियाणा से आने वाले पानी में कई बार अमोनिया का स्तर बढ़ जाता है। इससे दिल्ली के प्लांट की क्षमता कम हो जाती है और कई इलाकों में पानी का संकट गहरा जाता है। ऐसे में केजरीवाल सरकार इस समस्या से निपटने के लिए एडवांस में तैयार है। इसके लिए नई निगरानी प्रक्रिया तैयार की है, ताकि लोगों को भविष्य में पानी की किल्लत से न जूझना पड़े।

पानी में अमोनिया के उच्च स्तर के कारण वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद होने से रोकने के लिए जल मंत्री सत्येंद्र जैन व्यक्तिगत रूप से हरियाणा सरकार के साथ कोआर्डिनेट कर स्थिति की निगरानी करेंगे। उन्होंने बैठक के दौरान गर्मी में पानी की किल्लत से निपटने के लिए आवश्यक सामग्रियों के स्टॉक की स्थिति और अन्य तैयारियों की भी समीक्षा की।

दिल्ली जल बोर्ड की ओर से राजधानी में जीपीएस आधारित टैंकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे टैंकरों की पर्याप्त निगरानी हो रही है। टैंकर किस रूट पर चल रहा है। इसका रियल टाइम पर पता चल जाता है। वह अपने निर्धारित गंतव्य तक पहुंचा या नहीं, कब पहुंचा, इसका भी रिकॉर्ड रखा जा रहा है। ज्यादा पारदर्शिता लाने और सेवा की गुणवत्ता सुधारने के मकसद से केजरीवाल सरकार ने सभी टैंकरों में जीपीएस लगवाए है। दिल्ली सरकार ने 10141 फिक्स्ड वाटर सप्लाई पॉइंट को चिन्हिंत किया है। वहीं, जरूरत के हिसाब से रोजाना पानी की सप्लाई वाले स्थान इससे ज्यादा है। इनका शेड्यूल जल्द दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा।

गर्मी में जरूरत के हिसाब से पानी की कमी वाले इलाकों में टैंकरों की संख्या व आवाजाही बढ़ाई जाएगी, ताकि पानी की मांग को पूरा किया जा सके। कुल 1198 टैंकर इन इलाकों में पानी की सप्लाई करेंगे। सभी टैंकरों की मॉनिटरिंग डीजेवी हेडक्वॉर्टर के ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम से होती है। प्रत्येक वाटर फिलिंग पॉइंट की लोकेशन पर टैंकर फिलिंग कैपेसिटी पर भी नजर रखी जाएगी। कुल 185 टैंकर फिलिंग हाइड्रेंट संचालित किए जाएंगे।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

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