बढ़ते कोरोना से निपटने के केंद्रीय विश्वविद्यालय ने किए नए प्रावधान

नई दिल्ली, 11 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना संक्रमण की दर लगभग 25 प्रतिशत है। इसी को देखते हुए अब जेएनयू, जामिया और डीयू जैसे बड़े केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने अतिरिक्त सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। जामिया में जहां नो वैक्सीनेशन नो एंट्री का रूल लागू किया गया है, वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में गहन कोरोना जांच की जा रही है।
बढ़ते कोरोना से निपटने के केंद्रीय विश्वविद्यालय ने किए नए प्रावधान
बढ़ते कोरोना से निपटने के केंद्रीय विश्वविद्यालय ने किए नए प्रावधान नई दिल्ली, 11 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना संक्रमण की दर लगभग 25 प्रतिशत है। इसी को देखते हुए अब जेएनयू, जामिया और डीयू जैसे बड़े केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने अतिरिक्त सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। जामिया में जहां नो वैक्सीनेशन नो एंट्री का रूल लागू किया गया है, वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में गहन कोरोना जांच की जा रही है।

जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रोफेसर रविकेश ने बताया कि जेएनयू में कोविड-19 परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। यह विश्वविद्यालय के सभी समुदाय के सदस्यों के लिए है। शिविर जिला मजिस्ट्रेट द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसके अलावा, भीड़ से बचने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह अनुरोध किया गया है कि जो लोग लाभ उठाना चाहते हैं, वे तय मानदंडों के अनुरूप यहां आकर अपनी जांच करवा सकते हैं। इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की भीड़ लगाना पूर्णतया वर्जित है। इसके साथ ही जेएनयू ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।

गौरतलब है कि कोरोना की नई लहर के बाद सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय नए प्रतिबंध और नियम ला रहे हैं। कई विश्वविद्यालय शिक्षा मंत्रालय से बातचीत कर रहे हैं। डीयू, जेएनयू, जामिया जैसे सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोध सम्मेलन स्थगित करने जा रहे हैं। चरणबद्ध तरीके से ही विश्वविद्यालय चलाए जाएंगे।

इसी के मद्देनजर देश के सबसे बड़े केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शुमार दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपनी सभी परीक्षाएं फिलहाल ऑनलाइन ही रखने का निर्णय लिया है। सभी छात्रों को ऑनलाइन परीक्षाओं का विकल्प मुहैया कराया जाएगा। साथ ही कक्षाएं भी ज्यों की त्यों ऑनलाइन मोड में ही संचालित की जाती रहेंगी।

जामिया मिलिया इस्लामिया ने इसी को देखते हुए अब नो वैक्सीन, नो कैंपस एंट्री का निर्देश जारी किया है। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जामिया से जुड़े जिन कर्मचारियों ने अभी तक अपना वैक्सीनेशन नहीं कराया है, उनके खिलाफ अब कार्रवाई भी की जाएगी।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कैंपस में कोविड-19 और ओमाइक्रॉन मामलों के प्रसार की रोकथाम के लिए यह निर्देश दिया है। दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में केवल उन्हीं कर्मचारियों को उनके संबंधित विभागों और कार्यालयों में प्रवेश दिया जाए, जिन्होंने किसी भी उपलब्ध कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक ले ली हो। यह निर्णय दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), एनसीटी दिल्ली सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार लिया गया है।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

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