यूपी के बिजनौर में एक मकान मे तेंदुआ घुसने से मची दहशत, 9 घंटे की मशक्कत के बाद जंगल में छोड़ा

बिजनौर 11 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के थाना मंडावली क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब एक वयस्क नर तेंदुआ एक मंडावली गांव के एक मकान में घुस गया।
यूपी के बिजनौर में एक मकान मे तेंदुआ घुसने से मची दहशत, 9 घंटे की मशक्कत के बाद जंगल में छोड़ा
यूपी के बिजनौर में एक मकान मे तेंदुआ घुसने से मची दहशत, 9 घंटे की मशक्कत के बाद जंगल में छोड़ा बिजनौर 11 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के थाना मंडावली क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब एक वयस्क नर तेंदुआ एक मंडावली गांव के एक मकान में घुस गया।

उत्तर प्रदेश वन विभाग के अधिकारी (एसडीओ)बिजनौर हरेंद्र सिंह द्वारा मंगलवार शाम को जंगल में छोड़े जाने से पहले नौ घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद तेंदुए को सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया।

मंडावली गांव निवासी सुरेंद्र प्रजापति के मकान मे मंगलवार दोपहर एक वयस्क तेंदुए के घुसने के बाद दहशत की स्थिति में आ गए।

घटना की सूचना तुरंत वन विभाग को दी गई, ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सुरक्षा जाल और पिंजरे के साथ ही अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों से लैस नजीबाबाद रेंज से पांच सदस्यों एवं बिजनौर रेंज से नौ सदस्यों की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।

गांव पहुंचने पर, टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोग को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था।

आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेश द्वार को अवरुद्ध कर दिया, कमरे के प्रवेश द्वार पर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुए की उम्र करीब तीन वर्ष है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया और बाद में नजीबाबाद के वन प्रभाग में छोड़ दिया गया।

एसडीओ हरेंद्र सिंह ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

वन संरक्षक (बिजनौर) अनिल पटेल ने कहा, तेंदुए ने सुबह में मकान के अंदर आश्रय लिया होगा और उसे पहली बार एक कमरे के अन्दर देखा गया था। घटना के बारे में सुनकर, हमारी टीम मौके पर पहुंची और सुरक्षा जाल के साथ क्षेत्र को घेरने से पहले तुरंत सभी लोगो को मकान से बाहर निकाला। वन्यजीव एसडीओ हरेंद्र सिंह के नेतृत्व मे टीम ने तेंदुए के सुरक्षित बचाव और रिहाई में हमारी सहायता की।

--आईएएनएस

विमल कुमार/एचके

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