राजस्थान के 7 जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार

जयपुर, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। राजस्थान भीषण गर्मी की चपेट में है, पिछले 24 घंटों में राज्य के सात जिलों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है।
राजस्थान के 7 जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार
राजस्थान के 7 जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार जयपुर, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। राजस्थान भीषण गर्मी की चपेट में है, पिछले 24 घंटों में राज्य के सात जिलों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है।

बुधवार को बांसवाड़ा में अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री, वनस्थली में 45.4 डिग्री, धौलपुर में 45.4 डिग्री, बाड़मेर में 45.1, जोधपुर के फलोदी में 45.2, बीकानेर में 45.2 डिग्री और करौली में 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पिलानी में 44.4 डिग्री, चुरू में 44 डिग्री, श्रीगंगानगर में 44.7, नागौर में 44.5, बूंदी में 44.5, बारां के अंता में 44.2, डूंगरपुर में 44.4 और जालौर में अधिकतम तापमान 44 डिग्री से ऊपर रहा।

10 जिलों में तापमान 43 डिग्री से ऊपर रहा। इनमें चित्तौड़गढ़ में 43.2 डिग्री, हनुमानगढ़ में 43.6 डिग्री, सिरोही में 43.3 डिग्री, सवाई माधोपुर और अलवर में 43.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

कोटा में 43.6 डिग्री, जैसलमेर में 43 डिग्री, जोधपुर में 43.6 डिग्री, अजमेर और भीलवाड़ा में 43 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। चित्तौड़गढ़ में तापमान 42.5, अलवर में 42.2, जयपुर में 42.4, सीकर में 42 और उदयपुर के डबोक में 41.6 डिग्री दर्ज किया गया।

राज्य में अधिकतम न्यूनतम (रात का) तापमान जोधपुर में 30.9 डिग्री और बाड़मेर में 30.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग ने राजस्थान के 17 जिलों- बांसवाड़ा, नागौर, बूंदी, बारां, डूंगरपुर, जालोर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, चुरू, बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर जिले में गुरुवार को लू की चेतावनी दी है।

चार जिलों भरतपुर, जयपुर, बीकानेर और जोधपुर में 25 से 35 किमी की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलेंगी।

इसने बूढ़ों, बच्चों और बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने और लू के दौरान सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।

बुजुर्ग, बच्चे व बीमार लोग लू की चपेट में आ सकते हैं। निर्जलीकरण या पानी की कमी से बचें। अच्छी मात्रा में पानी पिएं। ओआरएस घोल, लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन कर सकते हैं।

किसानों को फसलों को गर्मी के तनाव से बचाने के लिए नियमित रूप से सुबह और शाम खेतों की सिंचाई करने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग की सलाह के मुताबिक, जानवरों और जंगली जानवरों को लू से बचाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।

--आईएएनएस

एसकेके/आरएचए

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