स्कूली शिक्षा में आएगा बड़ा बदलाव, 50 हजार शिक्षकों को ट्रेनिंग

नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। देश भर में शिक्षा मंत्रालय नई शिक्षा नीति के तहत 50,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित करने जा रहा है। प्रशिक्षित शिक्षक, स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएंगे। मुख्य रूप से इसका उद्देश्य नवाचार की संस्कृति और इस प्रकार के आयोजनों में सुधार करना है।
स्कूली शिक्षा में आएगा बड़ा बदलाव, 50 हजार शिक्षकों को ट्रेनिंग
स्कूली शिक्षा में आएगा बड़ा बदलाव, 50 हजार शिक्षकों को ट्रेनिंग नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। देश भर में शिक्षा मंत्रालय नई शिक्षा नीति के तहत 50,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित करने जा रहा है। प्रशिक्षित शिक्षक, स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएंगे। मुख्य रूप से इसका उद्देश्य नवाचार की संस्कृति और इस प्रकार के आयोजनों में सुधार करना है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के. संजय मूर्ति के मुताबिक भारत में फिलहाल 2500 इनोवेशन सेल हैं और भविष्य में अतिरिक्त 5000 सेल जोड़े जाएंगे। उन्होंने बताया कि एंबेसडर कार्यक्रम के तहत 50,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। 50 हजार शिक्षक को दी जा रही इस ट्रेनिंग से शिक्षा-क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा।

केंद्रीय शिक्षा सचिव ने बताया कि कि यह नवाचार की संस्कृति है और इस प्रकार के आयोजन, युवाओं को आगे आने और नए विचारों व क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित करते हैं।

गौरतलब है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने देश भर में 75 स्टार्ट-अप्स की पहचान की है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा चुने गए छात्रों और संकाय के इन विभिन्न 75 स्टार्ट-अप ने अभिनव तकनीकों को विकसित किया है। मंत्रालय के मुताबिक इन 75 स्टार्ट-अप में काफी संभावनाएं हैं। इन स्टार्ट-अप्स में से प्रत्येक को 10 लाख का वित्तीय समर्थन प्राप्त हुआ। इसके अलावा साझेदार एजेंसियों के सहयोग से इन्हें परामर्श और इन्क्यूबेशन सहायता भी प्रदान की जाएगी।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में भारतीय नवाचार और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को सक्षम बनाने में सहायता प्रदान की अपार संभावनाएं हैं।

गौरतलब है की भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली, सबसे बड़ी शिक्षा प्रणालियों में एक है और यहां दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है। शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि हम ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनने की आकांक्षा रखते हैं और यह हमारे शैक्षणिक संस्थानों में नवाचार की भावना और उद्यमिता के बिना संभव नहीं है। मंत्रालय ने भारत में शैक्षणिक संस्थानों से अपनी मानसिकता बदलने और उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता का समर्थन करने वाला वातावरण तैयार करने का आग्रह किया, जिससे व्यावसायीकरण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण संभव हो सके।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

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