चाहे फिल्म हो या ओटीटी, हर जगह अच्छा कंटेंट आना अभी बाकी : कल्कि कोचलिन

नई दिल्ली, 21 सितंबर (आईएएनएस)। जिंदगी ना मिलेगी दोबारा से मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ तक, ये जवानी है दीवानी से लेकर दैट गर्ल इन येलो बूट्स तक। मेड इन हेवन और सेक्रेड गेम्स जैसी ओटीटी सीरीज में उनकी भूमिकाओं को नहीं भूलना चाहिए। अभिनेत्री कल्कि कोचलिन के संदर्भ में जो चीज स्थिर रही है, वह है पटकथाओं को आत्मसात करने की उनकी क्षमता।
चाहे फिल्म हो या ओटीटी, हर जगह अच्छा कंटेंट आना अभी बाकी : कल्कि कोचलिन
चाहे फिल्म हो या ओटीटी, हर जगह अच्छा कंटेंट आना अभी बाकी : कल्कि कोचलिन नई दिल्ली, 21 सितंबर (आईएएनएस)। जिंदगी ना मिलेगी दोबारा से मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ तक, ये जवानी है दीवानी से लेकर दैट गर्ल इन येलो बूट्स तक। मेड इन हेवन और सेक्रेड गेम्स जैसी ओटीटी सीरीज में उनकी भूमिकाओं को नहीं भूलना चाहिए। अभिनेत्री कल्कि कोचलिन के संदर्भ में जो चीज स्थिर रही है, वह है पटकथाओं को आत्मसात करने की उनकी क्षमता।

अभिनेत्री कल्कि कोचलिन ने आईएएनएस से कहा, किसी स्क्रिप्ट का चयन करना .. मुझे लगता है कि दिमाग की तुलना में आंत का काम ज्यादा है। कभी-कभी मैं सोचती हूं कि यह व्यावसायिक दर्शकों के लिए अच्छा है या मुझे इसकी जरूरत है।

पांडिचेरी में फ्रांसीसी माता-पिता के घर जन्मीं कल्कि कोचलिन ने अपने बचपन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ऑरोविले और गोल्डस्मिथ्स प्लेस में बिताया है। उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय में नाटक और थिएटर का अध्ययन किया है। वह जल्द ही पुषन कृपलानी की गोल्डफिश में दिखाई देंगी, जिसका वल्र्ड प्रीमियर 27 सितंबर को बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में होगा।

इस बात पर जोर देते हुए कि उन्हें कृपलानी की पहली फिल्म थ्रेशोल्ड बहुत पसंद थी और उनके साथ काम करना चाहती थीं, अभिनेत्री ने कहा, स्क्रिप्ट दमदार थी, इसलिए इसे न करने का कोई सवाल ही नहीं था। मुझे अंग्रेजी उच्चारण सीखने की जरूरत थी, जो मैंने सीखा।

कल्कि ने नाटक स्केलेटन वुमन का सह-लेखन भी किया है, जिसने उन्हें द मेट्रोप्लस प्लेराइट अवार्ड दिलाया और उन्होंने ट्रेजिकोमेडी लिविंग रूम के साथ मंच पर निर्देशन की शुरुआत की थी।

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अभी भी एक बाहरी की तरह महसूस करती हैं, उन्होंने कहा, मैं सिर्फ एक कलाकार की तरह महसूस करती हूं। कला के क्षेत्र में बाहरी होना कोई मायने नहीं रखता।

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री को लगता है कि जहां ओटीटी ने बहुत अधिक रोजगार और प्रतिभा को चमकने का मौका दिया है, वहीं अच्छी सामग्री, चाहे वह फिल्म में हो या ओटीटी में आना अभी भी मुश्किल है।

एक्ट्रेस ने कहा, अगर मुझे कुछ भी कहना है, तो यह कि पढ़ने के लिए बहुत अधिक सामग्री है और मैं हमेशा पूरी बात पढ़ने पर जोर देती हूं, न कि केवल सारांश।

कल्कि ने हाल ही में द एलीफेंट इन द वॉम्ब पुस्तक लिखी है, जो अन्य बातों के अलावा गर्भपात और अविवाहित गर्भधारण के सामाजिक कलंक के बारे में बात करती है।

--आईएएनएस

पीटी/एसजीके

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