मैं 60 साल की मां का किरदार निभाने से हिचकिचाती थी- दिव्या दत्ता
फिल्म की कहानी मंजीत कौर के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में नई नवेली दुल्हन बनने से लेकर दो बेटों की मां बनने तक की यात्रा को दिखाया गया है। 65 साल की उम्र तक उन्हें अपने जीवन में किस तरह के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा है, इस पर यह पूरी सीरीज है।
आईएएनएस के साथ बातचीत में, दिव्या ने कहा ईमानदारी से कहूं तो, शुरूआत में मैंने एक मां की भूमिका निभाने से इनकार कर दिया था। लेकिन बाद में फिल्म के निमार्ता और अभिनेता आाए। वह चाहते थे कि मैं उनकी कहानी सुनूं। कहानी सुनने के बाद मैंने फिल्म करने का मन बना लिया।
उन्होंने आगे बताया, यह एक युवा दुल्हन के एक वृद्ध महिला में परिवर्तन की पूरी कहानी है। कैसे एक मां के कर्तव्य और प्यार ने उनकी जिंदगी को बदल दिया। यह एक पंजाबी फिल्म है। पूरी तरह से एक महिला की यात्रा पर आधारित कहानी है। वह मंजीत कौर का किरदार निभा रही है।
उन्होंने आगे कहा, पंजाबी सिनेमा में यह पहली बार है, जब एक पूर्ण महिला केंद्रित फिल्म बनाई गई है।
एक्ट्रेस ने कहा, मेरे लिए किरदार को बारीकी रूप से प्रदर्शित करना मुश्किल था। फिल्म को देखने के बाद हर किसी ने मुझसे यह कहा कि उन्होंने फिल्म में मुझमें मेरी मां का प्रतिबिंब देखा है। मैंने एक रिस्क लिया और यह सफल रहा।
फिल्म में राघवीर बोली, बब्बल राय, सिमरन सहजपाल, गिप्पी ग्रेवाल भी अहम भूमिकाओं में हैं। बलजीत सिंह देव द्वारा निर्देशित यह फिल्म 6 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई।
--आईएएनएस
पीके/एएनएम