आईफा में कमल हासन बोले : मैंने ओटीटी क्रांति को बहुत पहले देखा है

ओटीटी पर उनके विचार के बारे में पूछे जाने पर जो वर्तमान में दर्शकों के दिमाग पर राज कर रहा है, कमल हासन ने कहा : मैंने देखा कि ओटीटी हर किसी से बहुत पहले आ रहा है। मैंने सभी से कहा कि हमें इसमें उतरना है, लेकिन उद्योग मुझसे असहमत था, लेकिन अब, हर कोई समझता है कि मैं क्या कहने की कोशिश कर रहा था, अब भारतीय दर्शकों को अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा का स्वाद मिल गया है।
कमल हासन दशकों से प्रशंसकों के दिलों पर राज कर रहे हैं और उन्होंने बाकी लोगों से बहुत पहले उत्तर-दक्षिण भाषा की बाधा को तोड़ दिया था।
प्रासंगिक बने रहने के बारे में पूछे जाने पर कमल ने कहा, मैं फिल्मों का शौकीन हूं। मैं उस तरह की फिल्में बनाता हूं, जो मैं खुद देखना चाहता हूं। कभी-कभी मैं उनके साथ जुड़ जाता हूं, और उनमें अभिनय नहीं करता, मैं निर्माण करता हूं। कुछ ऐसी फिल्में हैं, जिनका मैं अभी भी निर्माण कर रहा हूं, जहां मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं है, सिवाय उन पर पैसा खर्च करने के।
कमल ने कहा : नई तकनीकों और कहानी कहने की एक अलग शैली के कारण सिनेमा का परिदृश्य बदल रहा है। मान लें कि आपके पास साहित्य में एमए की डिग्री है, लेकिन यह आपको एक अच्छा पटकथा लेखक नहीं बनाता है, यह आपको केवल एक डिग्री धारक बनाता है।
उन्होंने कहा : यह एक अलग कला है। अगर शेक्सपियर आज आते, तो वे पटकथा लेखन में कुछ कार्यशालाएं लेते। वे अब तक के सबसे महान कलाकारों में से एक थे। देखिए, ये सिर्फ निर्माता नहीं हैं, उद्योग ने ही बहुत कुछ किया है।
कमल हासन फिलहाल शंकर द्वारा अभिनीत इंडियन 2 में व्यस्त हैं। इसमें रकुल प्रीत सिंह और काजल अग्रवाल भी हैं।
--आईएएनएस
एसजीके