बच्चों के साथ अपने व्यवहार को लेकर सावधान रहे माता-पिता: निम्रत कौर

स्कूल ऑफ लाइज एक बोर्डिग स्कूल में टीनएजर के सफर को को दर्शाता है।
माता-पिता और उनके बच्चे के बीच की गतिशीलता कैसे बदल रही है, इस बारे में बात करते हुए निम्रत ने आईएएनएस को बताया, आजकल के युवा बच्चों के पास खुद का दिमाग है, वे अपनी पसंद खुद बनाना चाहते हैं और हर समय हर चीज से आगे रहते हैं। माता-पिता को बहुत सावधान रहना होगा कि वे अपने बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं। मुझे लगता है कि हमारे वक्त में चीजें बड़ी आसान थीं, उस वक्त इंटरनेट नहीं होता था, हमारे पास स्मार्टफोन नहीं होता था। हमारे दिमाग के अलावा कोई और ऐसी चीजें नहीं थी, जिनपर हमारी पहुंच हो।
एक्ट्रेस ने कहा, आज के बच्चे दो-तीन दशक पहले की तुलना में बहुत अलग हैं। आज के बच्चे कुछ मायनों में खुद ही बड़े हैं। वह टेक और कल्चर दोनों से जुड़े हुए हैं। यहां तक कि अपने माता-पिता के साथ भी उनके संबंध लगातार विकसित हो रहे हैं।
स्कूल ऑफ लाइज में आमिर बशीर, गीतिका विद्या ओहल्यान, सोनाली कुलकर्णी और जितेंद्र जोशी भी हैं। सच्ची घटनाओं से प्रेरित और बीबीसी स्टूडियोज द्वारा निर्मित, यह ईशानी बनर्जी और अविनाश अरुण धावरे द्वारा बनाई गई है।
अविनाश अरुण धावरे द्वारा निर्देशित, स्कूल ऑफ लाइज 2 जून को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होगी।
--आईएएनएस
पीके/एएनएम