Manikarnika movie पर क्या करणी सेना देगी सर्टिफिकेट
आज हम आपको बताने जा रहे है की आखिर क्यों मणिकर्णिका रि० होने से पहले ही विवादों के जाल में फस गयी है।
3- करणी सेना जो केवल फिल्मों के रिलीज़ के समय अपना चेहरा मीडिया में चमकाती है उसने कंगना को ये फ़िल्म रिलीज़ न करने की धमकी दे दी है।
4- इस पूरे विवाद पर कंगना ने भी करणी सेना को दो टूक जवाब दे दिया है।
5- कंगना ने कहा है कि मैं भी राजपूत हूँ अगर वह मुझे या मेरी फिल्म को परेशान करेंगे, तो मैं उन्हें बर्बाद कर दूंगी।
6-कंगना रनौत ने इस बारे में एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा थी कि हमने इस फिल्म को चार इतिहासकारों के सानिध्य में दिखाया है और फिर हमने सेंसर बोर्ड से सर्टिफाई किया गया है।
7- करणी सेना इस बात को लेकर आपत्ति जताई है कि फिल्म मणिकर्णिका में रानी लक्ष्मीबाई और ब्रिटिश अफसर के प्रेम संबंध को दिखाया जा रहा है।
8- रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म में एक डांस नंबर भी है जिसको लेकर आपत्ति जताई है कि यह कल्चर और ट्रेडिशन के खिलाफ है।
9 -मणिकर्णिका फ़िल्म में दिखाए गए सीन को इतिहासकारों ने जांचा परखा है इतिहास के जानकारों और मीडिया के अनुसार राष्ट्रपति भवन ने भी स्क्रीनिंग की है ।
किसी को भी फ़िल्म के बारे में कोई भी आपत्ति नही है । सेंसर बोर्ड ने बाकायदा सभी पहलुओं को देखने के बाद ही मणिकर्णिका फ़िल्म को सर्टिफिकेट दिया है ।
अब सवाल यह उठता है कि करणी सेना का संवैधानिक संस्थाओं में विश्वाश नही है और क्या वह देश के संविधान से ऊपर हैं ।
क्या रानी लक्ष्मीबाई या अन्य हमारे देश के गौरव का ठेका जो किसी भी जाति से संबंध रखते हो क्या उसी के धर्म या जाति के ठेकेदारों द्वारा देश का गौरव सुरक्षित है।
करणी सेना हो या फिर कोई और भी सेना किसी को भी कानून से खेलने की इजाजत नही दी जा सकती है ।
देश के लोहों को भी अपना खुद का माइंड एप्लाय करने की जरूरत है ।जैसे कि पहले भी हो चुका है पद्मावत फ़िल्म का विरोध करने वाले अधिकतर लोगों को पता ही नही था की आखिर वह विरोध किस बात का कर रहे हैं ।
गिलम रिलीज हुई और चली भी लेकिन कहीं भी कुछ भी आपत्तिजनक नही मिला ।