मंकीपॉक्स: दिल्ली के 3 सरकारी व 3 निजी अस्पतालों में बनाए गए कुल 70 आइसोलेशन कक्ष

नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली के अस्पतालों में मंकीपॉक्स के रोगियों के लिए कुल 70 आइसोलेशन कक्ष आरक्षित किए हैं। दिल्ली सरकार के अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में 20 आइसोलेशन कक्ष, गुरुतेग बहादुर अस्पताल में 10 आइसोलेशन कक्ष व डॉ.बाबा साहेब अम्बेडकर अस्पताल में 10 आइसोलेशन कक्ष आरक्षित किए हैं।
मंकीपॉक्स: दिल्ली के 3 सरकारी व 3 निजी अस्पतालों में बनाए गए कुल 70 आइसोलेशन कक्ष
मंकीपॉक्स: दिल्ली के 3 सरकारी व 3 निजी अस्पतालों में बनाए गए कुल 70 आइसोलेशन कक्ष नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली के अस्पतालों में मंकीपॉक्स के रोगियों के लिए कुल 70 आइसोलेशन कक्ष आरक्षित किए हैं। दिल्ली सरकार के अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में 20 आइसोलेशन कक्ष, गुरुतेग बहादुर अस्पताल में 10 आइसोलेशन कक्ष व डॉ.बाबा साहेब अम्बेडकर अस्पताल में 10 आइसोलेशन कक्ष आरक्षित किए हैं।

साथ ही 3 अन्य प्राइवेट अस्पतालों में भी 10-10 आइसोलेशन कक्षों की व्यवस्था की गई है। इनमें कैलाश दीपक अस्पताल, एमडी सिटी अस्पताल व बत्रा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर तुगलकाबाद शामिल है। इन सभी अस्पतालों में संक्रमण से लड़ने के लिए वैश्विक मानकों को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्था की गई है।

बता दे कि 23 जुलाई तक दुनिया भर के 75 देशों में मंकीपॉक्स के 16,000 से अधिक मामले सामने आ चुके थे जिसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा मंकीपॉक्स को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है। भारत में भी अब तक मंकीपॉक्स के आठ मामले सामने आए, जिनमें से दो मामले दिल्ली के है। इन दोनों मरीजों का लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में इलाज चल रहा है।

उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निदेशरें के अनुसार, पिछले 21 दिनों के भीतर मंकीपॉक्स से प्रभावित देशों की यात्रा का इतिहास रखने वाले किसी भी उम्र का व्यक्ति जिसमें सूजे हुए लिम्फ नोड्स, बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द या कमजोरी के साथ गहरे दाने होना आदि के लक्षण देखने को मिलते है वह मंकीपॉक्स से संक्रमित संदिग्ध हो सकता है। आमने-सामने एक्सपोजर, त्वचा या त्वचा के घावों के साथ सीधे शारीरिक संपर्क या संक्रमित द्वारा इस्तेमाल की गई सामग्री जैसे कपड़े, बिस्तर या बर्तन के संपर्क में आने से यह बीमारी फैल सकती है।

मंकीपॉक्स को लेकर सरकार की तैयारियों के विषय में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भारत में अभी मंकीपॉक्स के बहुत ज्यादा मामले सामने नहीं आए हैं, उसके बावजूद हम किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए तैयार हैं।

सिसोदिया ने कहा कि, मंकीपॉक्स एक संक्रामक रोग है लेकिन इससे डरने की नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और इस संक्रामक रोग से लड़ने के लिए तैयार हैं। हमने वर्तमान स्थिति को देखते हुए अपने कई अस्पतालों में आइसोलेशन कक्षों की व्यवस्था की है।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

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