मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए एसआरएल और डीएसईयू ने की साझेदारी

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। एसआरएल डायग्नोस्टिक्स ने गुरुवार को दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (डीएसईयू) के साथ मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षण देने के लिए अंडरग्रेजुएट स्टडीज के लिए कंटेंट और पाठ्यक्रम तैयार करने के उद्देश्य से एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए एसआरएल और डीएसईयू ने की साझेदारी
मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए एसआरएल और डीएसईयू ने की साझेदारी नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। एसआरएल डायग्नोस्टिक्स ने गुरुवार को दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (डीएसईयू) के साथ मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षण देने के लिए अंडरग्रेजुएट स्टडीज के लिए कंटेंट और पाठ्यक्रम तैयार करने के उद्देश्य से एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

डीएसईयू दिल्ली सरकार द्वारा स्थापित एक संस्थान है, जो छात्रों को कौशल शिक्षा से लैस करता है और उम्मीदवारों को रोजगार के लिए सक्षम बनाता है।

कार्यक्रम के प्रमुख क्षेत्रों में जैव रसायन, रुधिर विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान, सीरम विज्ञान, हिस्टोपैथोलॉजी और कोशिका विज्ञान, आनुवंशिकी तथा आणविक निदान जैसी प्रयोगशाला विशिष्टताएं शामिल होंगी।

डायग्नोस्टिक्स श्रृंखला उन छात्रों के लिए प्रायोजन की सुविधा भी प्रदान करेगी, जो शीर्ष प्रदर्शन करेंगे और जो आर्थिक रूप से कार्यक्रम को वहन करने में सक्षम नहीं हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस डिप्लोमा और स्नातक कार्यक्रम को पूरा करने वाले छात्रों को फेलोबोटोमिस्ट, एक्सेसिंग ऑफिसर और लैब टेक्नोलॉजिस्ट के रूप में अवसर मिलेंगे।

भारत में प्रति 10,000 जनसंख्या पर हेल्थ वर्कर्स का घनत्व बहुत कम है और भारतीय राज्यों में स्वास्थ्य कर्मचारियों का विस्तार भी जरूरत से कहीं कम है।

2012 में पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में तीन लाख से अधिक कुशल और प्रशिक्षित चिकित्सा प्रयोगशाला प्रौद्योगिकीविदों की कमी की सूचना दी गई थी और यह संख्या पिछले एक दशक में बढ़ी है।

अकादमिक संस्थानों और उद्योग भागीदारों के बीच इस तरह के सहयोग से कुशल चिकित्सा कार्यबल की इस खाई को पाटने में मदद मिल सकती है, जिसकी देश को जरूरत है।

एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के सीईओ, आनंद के. ने एक बयान में कहा, मेरा मानना है कि विचारों के क्रॉस-फर्टिलाइजेशन के लिए यह एक बहुत अच्छा अवसर है। हमारे उद्योग में कुशल संसाधनों की कमी को दूर करने के लिए इस तरह की और साझेदारी की आवश्यकता है।

छात्र प्रयोगशाला यात्राओं (लैब विजिट) और इंटर्नशिप कार्यक्रमों के लिए एसआरएल के 420 से अधिक प्रयोगशालाओं के व्यापक नेटवर्क से भी लाभ उठा सकते हैं, जो उन्हें वैश्विक प्रयोगशाला मानकों का एक परिप्रेक्ष्य प्रदान करेगा।

--आईएएनएस

एकेके/एसजीके

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