ओएनडीसी भारत में हाइपरलोकल ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल को बढ़ावा देगा : नंदन नीलेकणि

उनके अनुसार, ओएनडीसी कुछ खिलाड़ियों तक सीमित नहीं होगा, बल्कि भारत में हर कोई (एक छोटा किराना स्टोर, एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर या एक रेस्तरां मालिक) ऐसे लाखों लोग ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस और खरीदार किसी भी कंज्यूमर ऐप से आएंगे।
नीलेकणि ने फोनपे लॉन्च इवेंट के दौरान कहा, आज, भारत ने लगभग सात-आठ वर्षो में आधार, यूपीआई, क्यूआर कोड और अन्य घरेलू तकनीकों के साथ वित्तीय समावेशन हासिल किया है। अगला कदम एक मजबूत डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा बनाने के लिए लाखों छोटे खुदरा विक्रेताओं को ओएनडीसी के साथ ई-कॉमर्स की मुख्यधारा से जोड़ना है।
फिनटेक प्रमुख ने ओएनडीसी प्लेटफॉर्म के शीर्ष पर निर्मित पिनकोड नामक एक नया शॉपिंग ऐप लॉन्च करने की घोषणा की।
कंपनी ने कहा कि ऐप हाइपरलोकल कॉमर्स पर केंद्रित होगा और अब गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। पिनकोड वर्तमान में केवल बेंगलुरु में ग्राहकों के लिए लाइव है और बहुत जल्द अन्य शहरों में लॉन्च होगा।
नीलेकणि ने कहा कि सरकार ई-कॉमर्स को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उसका लोकतंत्रीकरण करने जा रही है।
फोनपे ने कहा कि ओएनडीसी एक नए हाइपरलोकल ईकॉमर्स बिजनेस मॉडल के तेजी से विकास को बढ़ावा दे सकता है। स्थानीय खरीदारों और विक्रेताओं के अलावा, इस तरह के मॉडल से लास्ट माइल लॉजिस्टिक्स और इन्वेंट्री मैनेजमेंट प्लेयर्स जैसे अन्य इकोसिस्टम प्रतिभागियों को भी लाभ होगा
फोनपे के सीईओ और संस्थापक समीर निगम ने कहा, पिनकोड ओएनडीसी नेटवर्क पर बनाया गया है, जो हमें विभिन्न विक्रेता प्लेटफॉर्मो द्वारा डिजिटाइज किए गए व्यापारियों की मांग को समावेशी तरीके से उत्पन्न करने की अनुमति देता है, जबकि विकास के लिए नए अवसर पैदा करता है और बड़े पैमाने पर नवाचार करता है।
--आईएएनएस
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