स्पेसएक्स की स्टारशिप ने सफलतापूर्वक पहली कक्षीय परीक्षण उड़ान शुरू की

स्पेसएक्स की स्टारशिप ने सफलतापूर्वक पहली कक्षीय परीक्षण उड़ान शुरू की
सैन फ्रांसिस्को, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। मानवता को चंद्रमा, मंगल और उससे आगे ले जाने के लिए बनाए गए स्पेसएक्स के पूरी तरह से एकीकृत स्टारशिप और सुपर हेवी रॉकेट की पहली उड़ान का परीक्षण दूसरे लॉन्च प्रयास में सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।

स्टारशिप का पहला चरण, सुपर हेवी नामक एक विशाल बूस्टर पर दबाव प्रणाली में आई समस्या के कारण सोमवार को इसका पहला प्रयास अंतिम समय में विफल हो गया था।

स्टारशिप लॉन्च हो गई है, जिसमें सुपर हेवी बूस्टर ने अपने रैप्टर इंजनों को फायर किया और टेक्सास में स्टारबेस से सुबह 8:28 बजे सीटी (6:58 बजे शाम आईएसटी) के बाद पैड को उठाया।

स्पेसएक्स ने एक ट्वीट में लिखा, स्टारशिप का लिफ्टऑफ!

आगे लिखा, स्टारशिप ने पैड और समुद्र तट को साफ कर दिया है! वाहन उड़ान पथ पर है।

स्पेसएक्स के प्रमुख एकीकरण इंजीनियर जॉन इंस्प्रुकर के अनुसार, स्पेसएक्स टीमों के पास केवल अच्छी खबर थी और लॉन्च वाहन के साथ कोई महत्वपूर्ण समस्या नहीं थी।

लॉन्च के दौरान उन्होंने कहा, ऑन-टाइम लॉन्च के लिए सब कुछ ठीक चल रहा है।

गुरुवार की सुबह मस्क ने ट्वीट किया इस समय लॉन्च के लिए सभी प्रणालियां सही हैं।

इससे पहले मंगलवार को उन्होंने ट्वीट किया था कि कंपनी लॉन्च की तैयारी के लिए कई मुद्दों पर काम कर रही है।

मस्क ने कहा, टीम कई मुद्दों पर चौबीसों घंटे काम कर रही है। शायद 4/20, शायद नहीं।

लिफ्टऑफ के लगभग आठ मिनट बाद सुपर हेवी बूस्टर मैक्सिको की खाड़ी में एक कठिन छींटे मारेगा।

स्टारशिप का ऊपरी-चरण अंतरिक्ष यान लॉन्च के लगभग 90 मिनट बाद हवाई के पास प्रशांत महासागर में उतरते हुए पृथ्वी के चारों ओर एक आंशिक चक्कर लगाएगा।

कंपनी ने कहा, इस तरह के एक परीक्षण के साथ सफलता को मापा जाता है कि हम कितना सीख सकते हैं, जो भविष्य में सफलता की संभावना को सूचित और बेहतर करेगा, क्योंकि स्पेसएक्स तेजी से स्टारशिप के विकास को आगे बढ़ाता है।

स्पेसएक्स का उद्देश्य स्टारशिप को पूरी तरह से पुन: प्रयोज्य परिवहन प्रणाली के रूप में उपयोग करना है, ताकि चालक दल और कार्गो दोनों को पृथ्वी की कक्षा में ले जाया जा सके, मानवता को चंद्रमा पर लौटने में मदद मिल सके और मंगल और उससे आगे की यात्रा की जा सके।

स्टारशिप अब तक असेंबल किया गया सबसे लंबा रॉकेट है। पूरी तरह से एकीकृत स्टारशिप और सुपर हैवी रॉकेट 394 फीट लंबा है और इसका व्यास लगभग 30 फीट है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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