श्रीलंकाई राष्ट्रपति की विशेषज्ञों से अपील, भारत, सिंगापुर को मॉडल मानकर एआई को बढ़ावा दें

उन्होंने दो एशियाई देशों में एआई के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक अवधारणा पत्र जारी कर एआई विशेषज्ञों और तैयारी से युक्त एक राष्ट्रपति टास्क फोर्स के गठन का निर्देश दिया।
विक्रमसिंघे ने कहा, जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात आती है, तो हमें सिंगापुर और भारत को रोल मॉडल मानना चाहिए। यह सच है कि पूर्वी एशिया .. दक्षिण कोरिया, जापान और चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रगति कर रहे हैं, लेकिन पश्चिम एशिया का कोई भी देश इस तक नहीं पहुंच पाया है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा कि देश एक डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने और डिजिटल युग की मांगों को पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है, जिसका लक्ष्य माजूदा संख्या 2, 500 के बजाय सालाना 10,000 इंजीनियरों का उत्पादन करना है। उन्होंने कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, मत्स्य पालन और उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में एआई की क्षमता पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, हमने कृषि और मत्स्य पालन, पर्यटन, और के आधुनिकीकरण की पहचान की है। हमारे आर्थिक सुधारों, आपूर्ति केंद्रों में सुधार
के अलावा प्रौद्योगिकी उद्योग पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से श्रीलंका की सकल राष्ट्रीय आय में वार्षिक योगदान लगभग 1.9 अरब डॉलर है, जिसमें एआई प्रौद्योगिकी से कोई ज्ञात राशि नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को एआई को ट्रैक करने के लिए एक प्रणाली विकसित करने का निर्देश दिया।
--आईएएनएस
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