डायबिटीज के मरीज भूलकर भी न खाएं ये चीजें, होती हैं जहर के समान

डायबिटीज के मरीज भूलकर भी न खाएं ये चीजें, होती हैं जहर के समान

Daibeties controle यह कहना गलत नहीं होगा कि जो इंसान तन और मन से स्वस्थ है वह दुनिया का सबसे खुशनसीब इंसान है, लेकिन अस्वस्थ जीवनशैली, गलत खानपान और प्रदूषण के कारण कुछ समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। हर इंसान को सेहत दुरुस्त बनाए रखने के लिए संतुलित भोजन की जरुरत होती है, लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कामकाजी लोग ठीक तरह से अपनी सेहत और अपने संतुलित आहार पर ध्यान नहीं दे पाते। जिसकी वजह से वे कई बार तमाम तरह की बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इनमें से एक बीमारी है डायबिटीज, जिसे मधुमेह भी कहते हैं। डायबिटीज को शुगर की बीमारी भी कहा जाता है।

डायबिटीज क्या है और इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है?

डायबिटीज आज के समय में एक आम बीमारी बन चुकी है। अधिकतर घरों के लोग इससे ग्रसित मिल जाएंगे। डायबिटीज से ग्रसित लोगों को भोजन को लेकर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए उन्हें कुछ खाद्य पदार्थ का सेवन करने से परहेज या फिर नहीं खाने की सलाह दी जाती है। उचित परहेज और व्यायाम की मदद से मरीज काफी हद तक डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों को कौन-से खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल नहीं करने चाहिए और किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए..

डायबिटीज में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?

सूखे मेवे-

सूखे मेवों का अधिक सेवन न करें। खासकर किशमिश या बाजार में मिलने वाले शुगर या चॉकलेट युक्त सूखे मेवों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

शर्करा की अधिक मात्रा वाले फल-

कुछ फलों में शर्करा की अधिक मात्रा होने की वजह से इन फलों को डायबिटीज के मरीजों को नहीं खाना चाहिए। जैसे- अंगूर, चेरी, अनानास, केला, सूखे मेवे और मीठे फलों का जूस भी नहीं लेना चाहिए।

मीठे फलों का जूस-

मीठे फलों के जूस का सेवन भी नहीं करना चाहिए। जब तक शरीर में हाइपरग्लाइसीमिया की स्थिति न हो डायबिटीज के रोगी को जूस नहीं लेना चाहिए। जूस की जगह फल का सेवन करें।

अंगूर-

एक छोटे अंगूर में भी करीब एक ग्राम कार्बोहाइड्रेड होता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

चेरी-

एक चेरी में एक अंगूर की ही तरह एक ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। इसलिए इसको ज्यादा मात्रा में नहीं खाना चाहिए।

आम-

आम के सेवन से भी परहेज करना चाहिए, क्योंकि एक पके हुए आम में करीब 25-30 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। यह रक्त में शर्करा के स्तर को बढ़ाता है।

अनानास-

पके हुए अनानास में शर्करा का उच्च स्तर होता है इसलिए यह फल डायबिटीज के मरीज को नहीं खाना चाहिए। हालांकि मरीज बहुत कम मात्रा में अनानास ले सकता है।

इन खाद्य पदार्थों को कम मात्रा में लेना चाहिए-

मिठाइयां, नारियल, अधिक तले-भुना भोजन जैसे पकौड़े, समोसा और केला, आलू, कटहल से बने चिप्स आदि बहुत ही कम मात्रा में खाना चाहिए या हो सके हो इनका सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा जैम, चीनी, गुड़, शहद, आइसक्रीम, चॉकलेट, हलवा, जैली आदि जैसे खाद्य पदार्थों में बहुत ज्यादा मात्रा में फैट और शर्करा होते हैं। अनाज जैसे-रोटी, चावल, ज्वार, बाजरा आदि, दाल और अनाज का मिश्रण जैसे इडली, खिचड़ी दाल ढोकली, मखनिया दूध, पनीर, सफेद मांस जैसे मछली, चिकन, कम पकी हुई सब्जियां। बटर, दूध की क्रीम , नारियल, सूखे मेवे, अंडे की जर्दी, , कोल्ड ड्रिंक, हार्ड ड्रिंक, शरबत आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इनको खाने से रक्त में शर्करा का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसलिए इन चीजों को बहुत ही कम मात्रा में खाना चाहिए।

डायबिटीज की क्या पहचान है ?

आपको बता दें, डायबिटीज में लंबे समय तक ब्लड में शुगर का लेवल अधिक रहता है। ब्लड में शुगर का लेवल हाई रहने की वजह से बार-बार प्यास लगने, भूख अधिक लगने और पेशाब आने की दिक्कत होने लगती है। डायबिटीज के कारण व्यक्ति का अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है। यदि यह स्थिति लंबे समय तक रही तो मरीज को तमाम तरह की बीमारियां होने की संभावना रहती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए खानपान में परहेज रखना सबसे ज्यादा ज़रुरी है।

डायबिटीज के मरीज भोजन में अपनाएं ये टिप्स-

1- खाना पकाते वक्त कम तेल का प्रयोग करें। इसके अलावा खाना पकाने के लिए बेकिंग, रोस्टिंग या उबालने के तरीके अपनाएं। सब्जी को पहले प्रेशर कुकर में पका लें और पकाने के बाद उसमें मसाला डालें। इसके साथ ही बच्चों को भी सब्जी खाने की आदत डालें, क्योंकि बहुत सारे बच्चों को आनुवांशिक रूप से शुगर की समस्या से गुजरना पड़ता है।

2- दूध को गरम करें और फ्रिज में रख कर ठंडा कर लें। ठंडा करने के बाद दूध में जमें क्रीम को अलग कर दें इसके अलावा चाय, कॉफी, दही, पनीर, छाछ बनाने के लिए पहली वाला तरीका अपनाएं।

3- चम्मच मेथी दाने को एक कप पानी में भिगो दें और नाश्ते से पहले खाएं। इसी तरह सुबह 2 चम्मच मेथी दाने को पानी में भिगोकर रात को सोने से पहले खाना चाहिए।

4- ज्यादा फाइबर युक्त भोजन खाएं जैसे- छिलके सहित पूरी तरह से बनी हुई गेहूँ की रोटी, दलिया आदि जैसे कार्बोहाइड्रेट शामिल होने चाहिए, क्योंकि वे रक्त के प्रवाह में धीरे-धीरे मिल जाते हैं।

5- ग्रीन टी का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें मौजूद एंटिऑक्सिडेंट व्यक्ति को स्वस्थ रखते हैं। याद रहे ग्रीन टी हो या काली चाय दोनों का ही सेवन बिना दूध और चीनी के करना चाहिए।

अपनाएं ये आदतें-

1-अपने आहार में फल और सब्जियां जरूर शामिल करें।

2-शर्करा युक्त खाद्य पदार्थ न खाएं।

3-रोजाना सुबह डीटॉक्स ड्रिंक पिएं।

4-भूख लगने पर इसे पानी, फलों के जूस या छाछ से मिटाने का प्रयास करें।

5-सूखे मेवे खा सकते हैं लेकिन बहुत ही कम मात्रा में।

6- शराब और धूम्रपान से परहेज करें।

7-घर पर बना केक खा सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि इसे बनाते वक्त बहुत ही कम चीनी या कृत्रिम स्वीटनर का प्रयोग करें।

8-आपका संतुलिल वजन कितना होना चाहिए, इस बारे में अपने डॉक्टर से पूछें। अगर आपका वजन अदिक है तो एक्सरसाइज करके उसे संतुलित करने करें।

9- रोजाना सुबह आधा घंटा जरूर टहलें।

10- रोजाना सुबह और शाम को कुछ देर व्यायाम करें।

बरतें ये सावधानियां-

1-नाश्ता करना कभी भी न भूलें।

2-अधिक नमकीन युक्त खाद्य पदार्थ न खाएं।

3- बाजार की मिठाई या केक न खाएं। ज्यादा चीनी वाली पेस्ट्री का सेवन भी न करें।

4-रात को जल्दी सो जाएं।

5- चिंता या तनाव से दूर रहें।

6- खाना बनाते वक्त अधिक तेल का इस्तेमाल न करें।

7-खराब कोलेस्ट्रॉल और अधिक वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।

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