Healthy life tips ये टिप्स अपनाएं नहीं सताएगी एलर्जी, रहेंगे हमेशा fresh

Healthy life tips ये टिप्स अपनाएं नहीं सताएगी एलर्जी, रहेंगे हमेशा fresh

Healthy life tips जैसे ही ठंडक अलविदा कहती है और बसंत दस्तक देता है तो धूप चौखट पर दिन दूनी-चौगुनी बढ़ने लगती है फिर हमारी थोड़ी सी लापरवाही से शुरू होती है। बदलते मौसम के साथ कई एलर्जी के भी शिकार होने लगते हैं जो कि कभी-कभी बड़ी समस्या भी बन जाता है। आइए जानते हैं ..बसंत के दौरान हवा का चलना मौसम में रूखापन और पेड़ों में पतझड़ का होना शुरू होता है। ऐसे में यह हवाएं बदलते मौसम में कभी ठंडक तो कभी गर्मी का एहसास कराती है। ऐसे में यदि हम सतर्क न होंगे तो खांसी-जुकाम, आंखों में जलन, गले में खराश आदि समस्याओं की चपेट में आ जाते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कुछ उपाय जो आपको राहत देंगे और इस खुशमिजाज मौसम में खुद को सुरक्षित रख सकेंगे...

सलाद में प्याज को दें बढ़ावा

सलाद तो वैसे हर सीजन में शरीर के लिए लाभकारी है, लेकिन इस मौसम में सलाद का एक गुणकारी असर देखने को मिलता है, जिसमें खासकर प्याज, खीरा, गाजर, पत्ता गोभी, चुकंदर खास हैं। प्याज में क्वेरेसेटिन होता है जो एलर्जी को कम करता है। साथ ही प्याज में विभिन्न तरह के एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जिसके प्रोबायोटिक आंत में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया का पोषण है।

अदरक वाली चाय से पाएं राहत

पुरातन समय से अदरक का प्रयोग स्वास्थ्य वर्धक समस्याओं के साथ प्राकृतिक उपचार के लिए किया जाता रहा है। वर्तमान में अधिकतर लोग चाय में या काढ़ा में अदरक मिलाकर सेवन करते हैं। अदरक एक गुणकारी औषधि भी है। जिसे मतली और जोड़ों का दर्द आदि में प्रयोग किया जाता है। अदरक को एंटीऑक्सीडेंट एंटी इन्फ्लेमेटरी का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। अदरक में मौजूद यह तत्व मौसमी एलर्जी से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। गले में खराश के लिए कच्ची अदरक को भी चबा सकते हैं जो ज्यादा असरकारक होगा।

हल्दी है गुणों का भंडार -

भारतीय संस्कृति में हल्दी का महत्व पारंपरिक रूप से सदैव महत्वपूर्ण रहा है चाहे वह किचन में स्वाद और सुगंध के लिए हो या फिर शुभ कार्यों में लगाए जाने की बात हो। इसके साथ ही विभिन्न तरह के एंटीबायोटिक के तौर पर हल्दी का प्रयोग किया जाता है। हल्दी में विभिन्न तरह के तत्व पाए जाते हैं जिस कारण इसे एंटी इन्फ्लेमेटरी का पावर हाउस भी कहा जाता है। इसमें मौजूद तत्व करक्यूमिन एलर्जी राइनाइटिस के कारण होने वाली सूजन और जलन को कम करने में मदद करता है। अगर आपको एलर्जी के लक्षण है तो हल्दी को दूध या चाय में मिलाकर लिया जा सकता है। काली मिर्च के साथ भी हल्दी को मिलाकर सेवन कर सकते हैं, क्योंकि काली मिर्च करक्यूमिन की जैविक उपलब्धता को 2000 फीसदी तक बढ़ा देता है। यह कुछ देशी नुस्खे हैं जिनके माध्यम से हम अपने घरेलू इलाज कर इस बदलते मौसम के मिजाज से अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं।

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