इन चीजों के आटे से बनी रोटियां खाएंगे तो नहीं होंगे कभी बीमार

इन चीजों के आटे से बनी रोटियां खाएंगे तो नहीं होंगे कभी बीमार

Health benefits of cereals पुराने जमाने में अधिकतर लोग गेंहू के आटे से बनी रोटियां या पराठे कम और बाजरे, मक्के या अन्य तरह के मोटे अनाज के आटे का इस्तेमाल ज्यादा करते थे। जिससे उनकी सेहत शायद ही कभी खराब होती थी। लेकिन आज के जमाने में लगभग हर व्यक्ति कोई न कोई समस्या से पीड़ित है। आज के दौर में ज्यादातर लोग गेंहू के आटे की ही रोटियां या पराठे खाना पसंद करते हैं। हालांकि कुछ लोग कभी-कभी स्वाद बदलने के लिए मक्के के आटे की रोटियां खाते हैं। लेकिन बाजरा, कुट्टू और रागी के आटे की रोटियां या पराठे शायद ही शहर में रहने वाले लोग खाते हों। हालांकि गांवों के कई लोग आज भी कुट्टू, बाजरा, रागी की रोटियां बनाकर खाते हैं। गांव के लोग भले ही इनमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में न जानते हों, लेकिन इतना जरुर जानते हैं कि इनकी रोटियां सेहत के लिए कितनी फायदेमंद होती हैं। आज हम आपको बताएंगे बाजरा, कुट्टू और रागी के आटे की रोटी-पराठे हमारी सेहत के लिए कितने फायदेमंद हैं और आपको इनका सेवन क्यों करना चाहिए..

बाजरे के आटे के फायदे-

आपको बता दें, बाजरे में काफी मात्रा में मैगनीज, फॉस्फोरस, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन बी, मैग्नीशियम और तमाम तरह के एंटीआक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं। बाजरे के आटे से बनी रोटियां और पराठों का सेवन करने से शरीर को काफी एनर्जी मिलती है साथ ही शरीण का सही से पोषण होता है। बाजरे के आटे में कैल्शियम की मात्रा काफी होने के कारण हड्डिय़ां मजबूत बनती हैं। इसके अलावा बाजरे में नियासन नाम का विटामिन भी पाया जाता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में काफी हेल्प करता है। खराब कोलेस्ट्रॉल को कम होने से दिल की बीमारी होने की संभावना कम होती है। इसमें मैग्नीशियम और पोटैशियम पाए जाने से ये ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में भी हेल्प करता है। इसके साथ पाचन क्रिया भी सही रहती है।

कुट्टू के आटे के फायदे-

कुट्टू में काफी मात्रा में जिंक, कैल्शियम, आयरन, कॉपर, फाइबर, पोटैशियम, नियासीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद अल्फा लाइनोलेनिक अम्ल पाया जाता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाकर गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। इसके साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करता है क्योंकि इसमें फाइटोन्यूट्रिंएंट मौजूद होता है। कुट्टू में अघुलनशील फाइबर भी काफी मात्रा में पाया जाता है जो ग़ॉलब्लैडर में पथरी होने की समस्य़ा को दूर करता है।

रागी खाने के फायदे-

रागी हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। अगर अनाजों में कैल्शियम सामग्री की बात करें तो सबसे ज्यादा रागी में कैल्शियम पाया जाता है। रागी ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने और हड्डियों के विकास में कैल्शियम बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए कैल्शियम की कमी से जूझ रहे बच्चों को कैल्शियम की गोलियां देने के बजाय उनके आहार में रागी कांजी या दलिया खिलाएं। रागी प्राकृतिक वसा सामग्री अन्य अनाजों की तुलना में सबसे कम पाई जाती है। इसलिए वजन कम करने के लिए इसका सेवन करना काफी अच्छा विकल्प है। रागी में ट्रिप्टोफन नाम का एमिनो एसिड पाया जाता है जो भूख को कम देता है। इसमें आयरन भी मौजूद होता है जो शरीर में खून की कमी नहीं होने देता है। इसका सेवन करने से मानसिक तनाव भी कम होता है।

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