थायरायड से बचने के लिए एक्यूप्रेशर का करे इस्तिमाल
Mar 19, 2018, 07:04 IST
डेस्क- थायराइड ग्रंथि में गड़बड़ी से अधिक थकावट महसूस होती है और वजन बढ़ने लगता है साथ ही अन्य समस्याएं भी होने लगती है इसके ठीक से काम न करने से वजन का बढ़ना, थकान, हाथों और पैरों में ठंडापन, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, चिंता, कब्ज, डिप्रेशन, बालों को झाड़ना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं साथ ही कोमलता या दर्द थायराइड की समस्या को इंगित करता है लेकिन घबराइए नहीं क्योंकि एक्यूप्रेशर थेरेपी से इसका इलाज किया जा सकता है।
- थायराइड की समस्याओं को कम करने के लिए इस्तेमाल होने वाले एक्यूप्रेशर बिंदु आपकी आंखों के बीच में स्थिति होते है जो पिट्यूटरी फंग्शन को उत्तेजित करते हैं।
- एक्युप्रेशर थेरेपी के अनुसार थायरायड व पैराथायरायड के प्रतिबिम्ब बिंदु हाथों एवं पैरों दोनों के अंगूठे के बिलकुल नीचे ऊंचे उठे हुए भाग में स्थित होता हैं।
- थायरायड के अल्पस्राव की अवस्था में इन केन्द्रों पर घडी की सुई की दिशा में अर्थात बाएं से दायें प्रेशर दें तथा अतिस्राव की स्थिति में प्रेशर दायें से बाएं (घडी की सुई की उलटी दिशा में) देना चाहिए।
- इसके साथ ही पिट्यूटरी ग्लैंड के भी प्रतिबिम्ब बिंदु पर भी प्रेशर देना चाहिए।
- प्रत्येक बिंदु पर एक से तीन मिनट तक प्रतिदिन दो बार प्रेशर देना चाहिए।
- पिट्यूटरी ग्लैंड के केंद्र पर पम्पिंग मैथेड (पम्प की तरह दो-तीन सेकेण्ड के लिए दबाएं फिर एक दो सेकेण्ड के लिए ढीला छोड़ दें) से प्रेशर देना चाहिए।