क्या आप जानते हैं क्या है गाजर खाने का सही तरीका ,करे ज्यादा फायदा

क्या आप जानते हैं क्या है गाजर खाने का सही तरीका ,करे ज्यादा फायदा

nutrition value of carrot Health Desk -गाजर (Carrot) सभी को पता है कि गाजर जो है सलाद और सब्जी के रूप में खाया जाता है गाजर काफी फायदेमंद भी होता है आंखों के लिए यह बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है लेकिन किस वजह से गाजर फायदा करता(carrot nutrition) है और इसको खाने का जो सही तरीका है जिसके बाद ही यह फायदा करेगा इसको जान लेना बहुत ही आवश्यकता है क्योंकि इसमें जो भी तत्व है वह किस तरीके से आपके शरीर के लिए पोषक हैं यह भी जान लेना जरूरी है |

इसमें क्या न्यूट्रिएंट्स (carrot nutrition value)पाए जाते हैं खाने का जो तरीका है उसको कच्चा ज्यादा फायदा करता है उबालकर ज्यादा फायदा करता है या किसी और चीज के साथ में मिलाकर इसको खाया जाए तब ज्यादा फायदा करेगा सब्जी ग्रुप में ज्यादा फायदेमंद है या सलाद के रूप में फायदेमंद है(carrot nutrition information) किन चीजों में किन लोगों के लिए कौन से विटामिन होते हैं कौन से मिनरल्स होते हैं यह जान लेना बहुत ही जरूरी है हम आपको बताते हैं कि गाजर में पूरी मात्रा किस चीज की पाई जाती किन चीजों से मिलकर गाजर बना होता है और इसका फायदा बहुत ही अच्छी तरीके से कैसे खा ले पर मिल सकता है.

१०० ग्राम गाजर में क्या है उसकी नुट्रिशन वैल्यू carrot nutritional value per 100 gm

100 ग्राम गाजर खाने पर आपको कैलोरी जो मिलती है 41 पॉइंट मिलती है जबकि गाजर के 100 ग्राम में अगर पानी की मात्रा देखी जाए तो 88 परसेंट जाए इसमें पानी होता है कार्स जो होते हैं 9 पॉइंट 6 ग्राम होते हैं शुगर 4 पॉइंट 7 ग्राम होता है फाइबर 2.8 ग्राम होता है और फैट 0.2 ग्राम होता है।

गाजर से weight loss भी होता है ।सबसे ज्यादा फायदेमंद ऑरेंज कलर का गाजर करता है ।इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है ।

गाजर (gajar nutrition value)में सेलुलोस की मात्रा हेमी सेलुलोस और लिग्निन की मात्रा होने के कारण यह constipation को भी कम करता है ।

Carotene के कारण यह immune system को improve करता है ।जिससे heart decease और कई तरह के cancer पर भी रोक लगता है ।

Vitamin A के कारण यह आंखों को फायदा करता है ।कोशिश करें कि गाजर आर्गेनिक हो इसमे पेस्टिसाइड्स का उपयोग न किया गया हो नही तो यह नुकसान भी कर सकता है ।

इन पौष्टिकताओं के कारण गाजर को आधासीसी, कान का दर्द, मुँह का बदबू,पेट दर्द जैसे बीमारियों के लिए गाजर के जड़, फल और बीज का इस्तेमाल औषधि के लिए किया जाता है। चलिये गाजर के बारे में अनजाने तथ्यों के बारे में जानते हैं।

इसलिए इसके सेवन को गर्भावस्था में टाला जाना चाहिए।यह तंत्रिका तंत्र (Nervous System) को मजबूत करता है।तो आप इस सर्दियों की सब्जी का आनंद किसी भी रूप (कच्ची, पकी हुई, जूस या हलवा) में लें, लेकिन खूब गाजर खाए और स्वस्थ रहें।





गाजर हलवा के फायदे

गाजर को कई बीमारियों के लिए इलाज के तौर पर प्रयोग किया जाता है। क्योंकि गाजर में फैट न के बराबर होता है लेकिन पौष्टिकता भरपूर मात्रा में होता है, जैसे- सोडयम, पोटाशियम, कार्बोहाइड्रेड, प्रोटीन, विटामिन ए, डी, सी, बी6 आदि होते हैं।इसे हलवा बनाकर खाने की परंपरा रही है इसका गुड़ और भी तब और बढ़ जाता है जब इसे गुड़ में पकाया जाता है और इसमें dry fruits डाले जाते हैं जो इसके nutrition value को और भी बढ़ा देते हैं |

इन पौष्टिकताओं के कारण गाजर को आधासीसी, कान का दर्द, मुँह का बदबू,पेट दर्द जैसे बीमारियों के लिए गाजर के जड़, फल और बीज का इस्तेमाल औषधि के लिए किया जाता है। चलिये गाजर के बारे में अनजाने तथ्यों के बारे में जानते हैं।

गाजर हलवा बनाने की विधि रेसिपी (gajar halwa recipie)

गाजर हलवा(recipe of gajar ka halwa) बनाने के लिए सबसे पहले गाजर को बहुत ही महीन कद्दू कस पर घिसना होता है और और उसके बाद इसे हल्का सा बॉईल भी किया जाता है और उसके बाद जब पानी निकल जाता है तब कडाही में घी दाल कर जब वह गर्म हो जाए तब गाजर को उसमे डाल दें और तब तक होने दें जब तक की पूरा पानी इसका सुख न जाए और इसका हल्का ला रंग सुर्ख लाल रंग में बाल जाता है तब इसमें खोया डाला जाता है और फिर इसे भुना जाता है और लगभग १५ मिनट तक भुनने के बाद इसमें ड्राई फ्रूट ख़ास कर के बादाम बहुत ही बारीक कटा हुआ डाला जाता है और इसे भी भुना जाता है जब तक की ड्राई फ्रूट भी पक जाता है |

आंच बहुत ही हलकी रक्खी जाती है जिससे की गाजर और उसमे पड़ा हुआ खोया और ड्राई फ्रूट उसमे मिल न जाए | अब यह गाजर का हलवा पूरी तरह से तैयार है और हल्का गर्म ही रहे तभी इसे सर्व करें तभी इसका टेस्ट बहुत अच्छा लगेगा |

गाजर के औषधीय गुण

गाजर के गुण इतने है कि आयुर्वेद में इसको औषधि के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। आँखों की रोशनी बढ़ाने के साथ-साथ गाजर हृदय के लिए और दूसरे किन-किन बीमारियों के लिए फायदेमंद है, आगे इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

माइग्रेन के दर्द से दिलाये राहत गाजर आम तौर पर तनाव की वजह से माइग्रेन की समस्या हो जाती है। माइग्रेन से राहत दिलाने में गाजर का घरेलू उपाय बहुत लाभकारी सिद्ध होता है।

गाजर में पाए जाने वाले विटामिन्स एयर मिनरल्स साथ ही फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है इसके कारण यह हेल्थ के लिए के लिए बहुत फायदा करता है सबसे बड़ी चीज यह आंक के लिए तो फायदेमंद है साथ ही कॉन्स्टिपेशन में भी काफी फायदा करता है |


कैंसर से बचाव करता है गाजर

कैंसर जैसी समस्या में भी गाजर बहुत लाभदायक हैं। गाजर प्रोविटामिन ए के उच्च स्रोतों में से एक है। mensuration के बाद यह ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करता है। धूम्रपान करने वालों में गाजर का जूस फेफड़ों के कैंसर का खतरा कम करता है । इस आधार पर यह कह सकते हैं कि गाजर का जूस सेवन करने से कैंसर होता ही नहीं है।

गाजर स्किन डिसीज में फायदा करता है (skin decease treatment by carrot)

यदि आपकी त्वचा बहुत नर्म है और इस पर त्वचा रोग बहुत जल्दी होता है तो गाजर के जूस का सेवन आपके लिए अत्यंत लाभकारी है।गाजर के अन्दर मौजूद विटामिन सी में त्वचा रोग को ठीक करने की क्षमता होती है। यह त्वचा को किसी भी प्रकार की एलर्जी या त्वचा रोग से बचाता है। गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन त्वचा की सूजन को कम करता है।

गाजर में ल्यूटिन नाम का एंटीओक्सीडैन्ट(lutein antioxidant) पाया जाता है

गाजर खाना सेहत के लिए अत्यंत लाभदायक है, विशेषकर, आँखों के लिए क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है जो हमारी आँखों के लिए अतिआवश्यक होता है।अक्सर देखा जाता है कि विटामिन ए की कमी के कारण लोगों की आँखों की रौशनी कमज़ोर हो जाती है और उन्हें नेत्र सम्बन्धी अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, जो लोग नियमित रूप से गाजर का सेवन करते हैं उन्हें आँखों की कोई समस्या नहीं होती।विटामिन ए आँखों की सतह की रक्षा करता है और आँखों की रौशनी तेज़ करता है। गाजर का रस पीने से मोतियाबिंद और अंधेपन जैसी बीमारियाँ दूर रहती हैं। गाजर में ल्यूटिन नाम का एंटीओक्सीडैन्ट पाया जाता है जो आँखों को तेज़ रौशनी के नुक़सान होने से बचाता है।

गाजर में पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन प्रेग्नेंसी में फायदा करता है good in pregnency

प्रेग्नेंसी में गाजर का जूस पीना काफी फायदेमंद है। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होते हैं और विटामिन ए का भी अच्छा स्रोत है। कैल्शियम भ्रूण के विकास में जरूरी है जबकि फोलेट किसी तरह के बर्थ डिफेक्ट से रोकता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ गायकनोलॉजिस्ट के मुताबिक, प्रेग्नेंट महिलाओं और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को प्रतिदिन 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है। गाजर में पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन आपकी संज्ञानात्मक क्षमता को भी सुधारता है।मेमोरी से जुड़ीं समस्याएं दूर होती हैं।

इम्युनिटी बेहतर करता है

कोल्ड या फ्लू एक या दो हफ्ते के लिए रह सकता है इसलिए इम्यून सिस्टम का मजबूत रहना आपके लिए बहुत जरूरी है. अपनी डेली डाइट में गाजर का जूस शामिल करने से तमाम तरह के इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है।

गाजर में पोटैशियम कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करता है

यदि आप काफी समय से अपना कोलेस्ट्रोल कम करना चाह रहे हैं पर नहीं कर पा रहे है तो गाजर के रस का सेवन करना शुरू कर दे। इसमें आपका कोलेस्ट्रोल नियंत्रित रखने के ख़ास गुण पाए जाते हैं।ऐसा इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि गाजर और उसके रस में पोटैशियम की भरपूर मात्रा होती है जो कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखने में सहायक होती है। कोलेस्ट्रोल का स्तर गिरने से आप अनगिनत बिमारियों से दूर रह सकते हैं। इनमें से मुख्य बीमारियों में हृदय रोग और ब्लड प्रेशर की समस्या होते है।जो गाजर का जूस निरंतर पीने से दूर हो जाती है।




good for diabtic

गाजर आपको मधुमेह को ठीक करने में भी मदद करती है। इसके अंदर के मौजूद तत्व आपको मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी से उभरने में जल्दी मदद करते हैं। इस में मौजूद फाइबर और कार्बोहाइड्रेट आपकी बिमारी को शीघ्र ठीक करते हैं।

बीटा-कैरोटीन और एंटी ऑक्सीडेंट दिमाग को मजबूती देते हैं

गाजर के अंदर मौजूद बीटा-कैरोटीन और एंटी ऑक्सीडेंट आपको दिमाग संबंधी बीमारियों से ठीक होने में मदद करता है। गाजर के अंदर मौजूद पोटैशियम ब्रेन स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारी के जोखिम को कम करता है।

  • उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर कमजोर होने लगता है। गाजर के सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है। गाजर का जूस पीने से खून की मात्रा में बढ़ोतरी होती है।
  • पाचन तंत्र मजबूत करता है।गाजर का जूस पीने से पाचन तन्त्र मजबूत होता है। इससे आप कई बीमारियों से दूर रहते हैं और स्वस्थ रहते हैं। इसके अलावा कोई लंबी बीमारी के बाद ठीक हुआ है तो उसके शरीर में विटामिन की कमी हो जाती है। इसके लिए गाजर का जूस पीना बहुत फायदेमंद साबित होता है।

किसी भी फल की नुट्रिशन वैल्यू उसके मौसम में ही ज्यादा रहती है इसलिए यह जरुरी है की फल कोई भी खाएं लेकिन चुनाव करें मौसमी फलों का तभी आप को पूरा फायदा मिलेगा |





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