Impact Of Lifestyle On Health:  खट्टी डकार आने का क्या होता है कारण क्या है कोई गंभीर बीमारी का संकेत। 

क्या आप भी हैं परेशान खट्टी डकारों से, जाने उपाय। 

Impact Of Lifestyle On Health

खट्टी डकार का कारण और उपाय। 
बार बार डकार आना कौन सी बीमारी के लक्षण है?
खट्टी डकार आए तो क्या करना चाहिए?

डकार आना एक स्वाभाविक और आम प्रक्रिया है। यह शरीर का ऊपरी पाचन तंत्र से अतिरिक्त हवा को निकालने का एक तरीका है। लेकिन जब खट्टी डकारे आती हैं या बार-बार डकारे आती हैं तो इस पर ध्यान देने की जरुरत होती है। एक प्रकार से यह संकेत होता है कि आपके द्वारा खाये गए खाने को पचाने में आपका शरीर कुछ खराबी का सामना कर रहा है। हमारे खान-पान से जुड़ी कई बुरी आदतें खट्टी डकार आने का कारण बनती हैं। जैसे जल्दी-जल्दी खाना खाना, खाते समय बात करना आदि। आज हम आपसे इन्ही खट्टी डकारों और उसके साथ होने वाली सीने में जलन पर विस्तार पर चर्चा करेंगे। 

क्यों आती हैं खट्टी डकारें ?

कुछ भी खाने के बाद डकार आना डाइजेशन के प्रोसेस का एक आम हिस्सा है। लेकिन सबसे सवाल आता है कि आखिर ये खट्टी डकारे आती क्यों है। इसका मुख्य कारण खाने से जुड़ा हमारा खराब लाइफस्टाइल होता है। अगर आप बहुत तेजी से खाना खाते या पीते हैं, खाना खाते समय बात करते रहते हैं, कार्बोनेटेड ड्रिंक पीते हैं, मसाले वाला और अधिक तेल वाला खाना खाते हैं या धूम्रपान करते हैं तो ये आपके पाचन क्रिया और पेट के मेटाबोलिक स्टेट को खराब कर सकती है जिसकी वजह से आपको खट्टी डकारें हो सकती है। इसके अलावा जब कभी आप ओवरईटिंग करते हैं ख़ास कर रात में तो भी खट्टी डकार की समस्या आती है। इसके अलावा 

कौन सी बीमारी के है लक्षण

खट्टी डकार अगर बहुत अधिक आ रही है तो यह एसिड रिफ्लक्स, एसिडिटी और कई सीरियस प्रॉब्लम भी हो सकती है। गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स ऐसी समस्या है जिसमें पेट का एसिड बार-बार मुँह और पेट को जोड़ने वाली नली में वापस आने लगता है जोकि खट्टी डकारों के रूप में महसूस होता है। साथ ही अगर खट्टी डकारे ज्यादा आ रही है तो हो सकता है कि यह पेट की परत की सूजन या हेलिकोबेक्टर पाइलोरी संक्रमण से संबंधित हो। इस मामले में खट्टी डकार के साथ में सीने में जलन या पेट में दर्द भी महसूस हो सकता है। 

खट्टी डकार से बचने के उपाय 

  • जब भी खाना खाये कोशिश करें कि उसे धीरे-धीरे और चबाचबा कर ही खाएं। 
  • कार्बोनेटेड ड्रिंक्स को पीने से बचें। 
  • कम मसाले और तेल से बना खाना खाएं। 
  • आवश्यकता से अधिक खाना खाने से बचे। 
  • रात का खाना सोने से 2 से 3 घंटे पहले खा लें। 

खट्टी डकार आने पर अपनाएँ ये घरेलु नुस्खे 

नींबू पानी: यदि आपको सुबह सुबह ही खट्टी डकार आ रही है तो ऐसे में नींबू पानी काफी आराम पहुंचा सकता है। आप अपने नींबू पानी में थोड़ी मात्रा में काला नमक भी मिला सकते हैं, इससे स्वाद तो अच्छा होगा ही अपच की समस्या भी दूर होगी। 
सौफ और मिश्री: यदि आपको रात में खट्टी डकार की समस्या हो रही है तो नींबू पानी और दही से बचे। रात को आप सौफ और मिश्री का सेवन कर सकते हैं। बता दें, सौफ पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और गैस नहीं बनने देता वहीं मिश्री पेट में ठंडक पहुंचाने का काम करती है। 
काला नमक और जीरा: काला नमक पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है। ऐसे में अगर आपको खट्टी डकार की समस्या आती है तो आप एक चम्मच भुने जीरे जो पीस कर काले नमक को मिलाकर गुनगुने पानी से ले सकते हैं। 


 

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