अमित शाह ने बार-बार पश्चिम बंगाल आने का किया वादा

कोलकाता, 6 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए शुक्रवार को राज्य का बार-बार दौरा करने का वादा किया।
अमित शाह ने बार-बार पश्चिम बंगाल आने का किया वादा
अमित शाह ने बार-बार पश्चिम बंगाल आने का किया वादा कोलकाता, 6 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए शुक्रवार को राज्य का बार-बार दौरा करने का वादा किया।

यह आश्वासन शाह ने शुक्रवार दोपहर यहां एक करीबी बैठक में राज्य के वरिष्ठ पार्टी नेताओं को दिया। बैठक में राज्य के सभी भाजपा विधायकों और सांसदों के साथ-साथ पार्टी की राज्य समिति के सदस्य भी शामिल हुए।

राज्य समिति के एक सदस्य ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि हालांकि राज्य में अनुच्छेद 355 और 356 लगाने की मांग की जा रही थी, लेकिन गृह मंत्री ने इस संभावना से इनकार किया और कहा कि यह कोई समाधान नहीं है।

राज्य समिति के सदस्य ने कहा, अमित शाह ने हमें स्पष्ट रूप से बताया कि केंद्र सरकार एक राज्य सरकार के खिलाफ मनमाने ढंग से काम नहीं कर सकती है, जो इतनी बड़ी बहुमत के साथ सत्ता में आई है। उन्होंने हमें यह भी बताया कि भाजपा तृणमूल कांग्रेस की तरह काम नहीं कर सकती है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति सम्मान नहीं रखती है।

ऐसा माना जाता है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा नेता अनुच्छेद 355 और 356 या सीबीआई के आधार पर विपक्ष के रूप में लड़ाई नहीं लड़ सकते।

गृह मंत्री ने हमें स्पष्ट रूप से कहा कि हमें अपनी लड़ाई राजनीतिक रूप से लड़नी होगी। उन्होंने हमें यह भी याद दिलाया कि विपक्षी दल के नेताओं के रूप में, हमें सत्ताधारी दल से इस तरह के अत्याचारों का सामना करना पड़ता है और साथ ही हमें इस तरह के अत्याचारों के खिलाफ प्रतिरोध खड़ा करना होगा।

राज्य समिति के सदस्य ने कहा, शाह ने हमें यह भी बताया कि विपक्षी नेता के रूप में ममता बनर्जी को तत्कालीन सत्तारूढ़ माकपा के अत्याचारों का सामना करना पड़ा और अब मुख्यमंत्री के रूप में वह अलोकतांत्रिक तरीके से विपक्ष को दबाने के उसी रास्ते पर चल रही हैं।

शाह ने राज्य के नेताओं से यह भी कहा कि निराश होने का कोई कारण नहीं है, खासकर इस तथ्य की पृष्ठभूमि में कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में 2021 में 2016 में सिर्फ तीन से 77 तक अपनी संख्या बढ़ा दी है।

--आईएएनएस

एचके/

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