अर्जुन चौरसिया की मौत के मामले में उसके भाई ने किया बड़ा खुलासा

कोलकाता, 8 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में बीजेपी यूथ विंग के नेता अर्जुन चौरसिया की रहस्यमय मौत मामले में नाटकीय मोड़ सामने आया है। उनके भाई ने खुलासा किया है कि शव का पता चलने से एक रात पहले उनके आवास के सामने एक वाहन इंतजार कर रहा था।
अर्जुन चौरसिया की मौत के मामले में उसके भाई ने किया बड़ा खुलासा
अर्जुन चौरसिया की मौत के मामले में उसके भाई ने किया बड़ा खुलासा कोलकाता, 8 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में बीजेपी यूथ विंग के नेता अर्जुन चौरसिया की रहस्यमय मौत मामले में नाटकीय मोड़ सामने आया है। उनके भाई ने खुलासा किया है कि शव का पता चलने से एक रात पहले उनके आवास के सामने एक वाहन इंतजार कर रहा था।

मृतक नेता के भाई आनंद चौरसिया ने रविवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बताया, अर्जुन का शव शुक्रवार की सुबह कोसीपोर रोड पर एक रेलवे यार्ड के पास सुनसान सड़क से मिला था। गुरुवार की देर रात एक वाहन हमारे आवास के सामने आया और वहां काफी देर तक इंतजार करता रहा। मैंने किसी को गाड़ी से उतरते हुए भी देखा। हमें शक है कि वाहन के अंदर बैठकर कोई हमारे आवास की निगरानी रख रहा था। हमने पुलिस को मामले की जानकारी दे दी है।

उन्होंने आगे कहा, रात करीब आठ बजे अर्जुन घर वापस आया। वह फिर कुछ देर के लिए बाहर चला गया। देर रात तक जब वह घर नहीं लौटा तो हमने उसे फोन किया। लेकिन उसका फोन नहीं मिल रहा था। गुरुवार की देर रात हमारे आवास के सामने खड़ा वह वाहन इस मामले से कही न कही जुड़ा हुआ है।

भाजपा और उनके परिवार के सदस्य अभी भी इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने पर अड़े हुए हैं। आनंद चौरसिया ने कहा, हम जानते हैं कि हमारा भाई नहीं लौटेगा। लेकिन हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए।

पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे के दौरान शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मृतक युवक के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी। शाह ने कहा कि वह भी मामले में सीबीआई जांच चाहते हैं। गृह मंत्रालय ने इस मामले में राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

शुक्रवार की देर शाम उत्तरी कोलकाता के एक श्मशान घाट में अर्जुन के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

इससे पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद उनके शव का पोस्टमॉर्टम कोलकाता के अलीपुर के कमांड अस्पताल में किया गया था।

--आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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