आईटीबीपी ने लद्दाख में 2 चोटियों को किया फतह

नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के पर्वतारोहण दल ने पूर्वी लद्दाख में दो पर्वतों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है और उनमें से एक का नाम आईटीबीपी पर्वतारोही दिवंगत नर्बु वांगडस की याद में रखा है।
आईटीबीपी ने लद्दाख में 2 चोटियों को किया फतह
आईटीबीपी ने लद्दाख में 2 चोटियों को किया फतह नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के पर्वतारोहण दल ने पूर्वी लद्दाख में दो पर्वतों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है और उनमें से एक का नाम आईटीबीपी पर्वतारोही दिवंगत नर्बु वांगडस की याद में रखा है।

आईटीबीपी के एक अधिकारी ने बताया कि बल ने 6,250 मीटर ऊंचे पर्वत की चोटी का नाम एक पर्वतारोही सैनिक की याद में नूर्बु वांगडस शिखर रखा है।

बल की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, पर्वतारोहियों में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल की चार महिला कर्मी और लद्दाख पुलिस के कर्मी भी शामिल रहे।

बयान में कहा गया है, चार महिलाओं सहित 20 सदस्यीय अभियान दल का नेतृत्व उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के आईटीबीपी आईजी, लाहारी दोरजी ल्हाटू ने किया, जिसमें लद्दाख पुलिस के सदस्य भी शामिल रहे। टीम ने सफलतापूर्वक 6,250 मीटर की ऊंचाई पर जुड़वां चोटियों को फतह किया। टीम ने क्रमश: 28 सितंबर और 6 अक्टूबर को पूर्वी लद्दाख सीमाओं पर 6250 मीटर और 6099 मीटर की ऊंचाई पर जुड़वां चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की।

लद्दाख से संबंध रखने वाले दिवंगत हेड कांस्टेबल नूर्बु वांगडस का उत्तराखंड में पर्वत चोटी गंगोत्री-1 की चढाई के दौरान हिमस्खल की चपेट में आने से अक्टूबर, 2019 में निधन हो गया था। यह अभियान लद्दाख उन्हीं को समर्पित था।

इस साल 4 सितंबर को, छह सदस्यीय आईटीबीपी टीम ने उत्तराखंड में माउंट बलबाला चोटी (21,050 फीट) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। अभियान 7 अगस्त को जोशीमठ से पराक्रम के नाम से शुरू किया गया था, जिसका नेतृत्व सहायक कमांडेंट भीम सिंह ने किया था।

भारत-चीन युद्ध के दौरान 1962 में गठित, हिमालयी सीमा सुरक्षा बल, आईटीबीपी ने अब तक 223 से अधिक सफल पर्वतारोहण अभियान अपने नाम दर्ज किए हैं।

--आईएएनएस

एकेके/एएनएम

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