आरक्षण बहुजनों का अधिकार, विकास योजनाओं के लिए जातिगत जनगणना जरूरी : अनिल कुमार

पटना, 26 जुलाई (आईएएनएस)। जनतान्त्रिक विकास पार्टी (जेवीएम) मंगलवार को पटना में साहुजी महाराज द्वारा देय आरक्षण दिवस पर आरक्षण हिस्सेदारी सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें बहुजन आरक्षण और जातिगत जनगणना कराने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि आरक्षण बहुजनों का अधिकार है।
आरक्षण बहुजनों का अधिकार, विकास योजनाओं के लिए जातिगत जनगणना जरूरी : अनिल कुमार
आरक्षण बहुजनों का अधिकार, विकास योजनाओं के लिए जातिगत जनगणना जरूरी : अनिल कुमार पटना, 26 जुलाई (आईएएनएस)। जनतान्त्रिक विकास पार्टी (जेवीएम) मंगलवार को पटना में साहुजी महाराज द्वारा देय आरक्षण दिवस पर आरक्षण हिस्सेदारी सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें बहुजन आरक्षण और जातिगत जनगणना कराने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि आरक्षण बहुजनों का अधिकार है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए अनिल कुमार ने कहा कि बहुजन आरक्षण के असली हकदार है, क्योंकि देश की 90 प्रतिशत आबादी बहुजनों की है जिन्हें आजादी के 75 वर्ष बाद भी राजनीति, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से मरहूम है।

उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार की दमनकारी नीति के कारण 90 प्रतिशत आबादी वाले को मात्र 49.5 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है, जबकि मात्र 10 प्रतिशत आबादी वाले को 50.5 प्रतिशत आरक्षण देय है जो भारतीय संविधान पर करारा तमाचा है।

कुमार ने कहा कि शोषितों, दलितों की सही लड़ाई जनतांत्रिक विकास पार्टी ही लड़ रही है और देश के अंतिम पायदान पर रहने वाले शोषित वंचितों के हक दिलाने का काम करती रहेगी।

उन्होंने कहा कि बाबा साहब एवं बल्लभ भाई पटेल के सपने को साकार करने के लिए पार्टी कृत संकल्पित है। बहुजनों के आरक्षण को कोई हकमारी नहीं कर सकता। उन्होंने इस मौके पर जातिगत जनगणना को देश के विकास के हित में बताया और कहा कि जनगणना से सरकार को विकास योजनाएं तैयार करने में मदद मिलती है।

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. रंजन कुमार ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर ने भारतीय संविधान में बहुजनों की आवाज को रेखांकित किया है, क्योंकि वे शोषितों वंचितों की आवाज बनकर सामाजिक न्याय और समानता की बात की। उन्होंने केन्द्र सरकार सरकारी उपक्रमों का निजीकरण कर और अगड़ी जातियों को आरक्षण देकर शोषितों दलितों की हकमारी की है।

सम्मेलन में पार्टी द्वारा राजनीतिक प्रस्ताव भी लाया गया। प्रस्ताव भी पास किया गया।

--आईएएनएस

एमएनपी/एएनएम

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