ओडिशा के नुआपाड़ा में उग्रवादियों के हमले में सीआरपीएफ के 3 जवान शहीद
शहीद हुए जवानों में दो सहायक उप निरीक्षक शिशुपाल सिंह व शिवपाल व आरक्षक धर्मेद्र कुमार सिंह शामिल हैं। तीनों मृतक दूसरे राज्यों के थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिशुपाल सिंह उत्तर प्रदेश के थे, शिवलाल हरियाणा के थे और कांस्टेबल सिंह बिहार के थे।
पुलिस के मुताबिक, सीआरपीएफ के तीन जवान रोड ओपनिंग पार्टी का हिस्सा थे और एक कैंप से दूसरे कैंप में जा रहे थे।
घटना के बाद नुआपाड़ा के एसपी और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और सीआरपीएफ की और टीमों को ऑपरेशन में लगाया गया है। पुलिस ने कहा कि जब तक उग्रवादियों का सफाया नहीं हो जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक ट्वीट में कहा, नुआपाड़ा जिले में दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर स्तब्ध हूं, जहां सीआरपीएफ के 3 जवानों ने उग्रवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए अपनी जान दे दी। उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
डीजीपी एस.के बंसल ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि शहीदों का सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। बंसल ने कहा कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए इलाके में उग्रवादी विरोधी अभियान जारी रहेगा।
इस बीच, ओडिशा सरकार ने प्रत्येक शहीद परिवार को 20 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
--आईएएनएस
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