ओपीएस ने पीएम मोदी से म्यांमार में बंदी बनाए गए भारतीयों की रिहाई सुनिश्चित करने का किया आग्रह
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में नौकरी के बहाने 300 भारतीयों को म्यांमार में बंधक बना लिया गया।
300 भारतीयों में से 60 तमिलनाडु से हैं।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार भारतीयों को अवैध काम करने से मना करने पर उनके गुप्तांगों पर बिजली के करंट लगाए जा रहे हैं।
ओपीएस ने कहा कि बंदी बनाए गए भारतीयों का परिवार डर में जी रहा है और प्रधानमंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने और उनकी रिहाई सुनिश्चित करने का आह्वान कर रहा है।
पत्र में कहा गया है, मैं आपका आभारी रहूंगा यदि आप इस मामले में व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप कर सकते हैं। भारतीयों की सुरक्षा मुद्दे को म्यांमार में उच्चतम स्तर पर उठाकर उनकी वतन वापसी की व्यवस्था कर सकते हैं।
विशेष रूप से, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन इसी अनुरोध के साथ पहले ही प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।
थाईलैंड में कुशल सॉफ्टवेयर नौकरियों के लिए 300 से अधिक भारतीयों की भर्ती की गई थी, लेकिन जब वे थाईलैंड में पहुंचे, तो एक समूह द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया, जो उन्हें म्यांमार के एक दूरदराज के इलाके में ले गए।
कुछ बंदी बनाए गए लोगों ने अपनी खराब स्थिति को दर्शाने वाले वीडियो भी भेजे हैं।
--आईएएनएस
पीके/एएनएम