कड़ी सुरक्षा के बीच अफगानों ने मनाई ईद

काबुल, 2 मई (आईएएनएस)। हाल के आतंकी हमलों के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा के बीच, पूरे अफगानिस्तान में लोगों ने ईद-उल-फितर मनाया। पिछले साल अगस्त में तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद यह पहली ईद है।
कड़ी सुरक्षा के बीच अफगानों ने मनाई ईद
कड़ी सुरक्षा के बीच अफगानों ने मनाई ईद काबुल, 2 मई (आईएएनएस)। हाल के आतंकी हमलों के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा के बीच, पूरे अफगानिस्तान में लोगों ने ईद-उल-फितर मनाया। पिछले साल अगस्त में तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद यह पहली ईद है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि रविवार को किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। सुरक्षा कर्मियों ने काबुल और अन्य प्रमुख शहरों में सभी मस्जिदों के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे।

काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान ने जनता को आश्वासन दिया है कि सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।

फखरुद्दीन ने एक मस्जिद के बाहर सिन्हुआ को बताया कि हमने पिछले 40 वर्षों में युद्ध और दुखों का अनुभव किया है। अतीत की तबाही को भूलने के लिए हमें शांति, सुख और समृद्धि की जरूरत है।

काबुल सहित कुछ अफगान शहरों में हाल के हफ्तों में मस्जिदों के अंदर भी घातक आतंकवादी हमले हुए हैं, जिसमें कई लोगों की जान गई है।

29 अप्रैल को काबुल में एक मस्जिद में हुए विस्फोट में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों अन्य घायल हो गए थे।

साथ ही उसी दिन बल्ख प्रांत की राजधानी मजार-ए-शरीफ में दोहरे विस्फोटों में नौ नागरिकों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए।

मजार-ए-शरीफ की एक मस्जिद में 21 अप्रैल को एक विस्फोट हुआ था, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 65 अन्य घायल हो गए थे।

अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना की वापसी और तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद, युद्ध देश में समाप्त हो गया, जिसका अफगानों ने व्यापक रूप से स्वागत किया है।

नवेदुल्ला अफजाली ने सिन्हुआ से कहा कि आज का दिन सभी मुसलमानों के लिए खुशी का दिन है।

बदख्शां प्रांत से काबुल की ऐतिहासिक शाह-ए-दोषमशीरा मस्जिद में नमाज अदा करने आए अफजाली ने युद्ध के प्रति अपनी नफरत जाहिर की।

अफजाली ने कहा कि यह मेरी इच्छा है कि हम अफगानों को एकजुट होते हुए देखें और अपना खून बहाना बंद करें।

नेताओं ने अपने उपदेशों में अपने देश में शांति की वापसी के लिए प्रार्थना की है, इसके अलावा जीवन के सभी क्षेत्रों के अफगानों को एकजुट होने और युद्ध से तबाह राष्ट्र के पुनर्निर्माण में मदद करने का आह्वान किया है।

--आईएएनएस

एमएसबी/एसकेपी

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