काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर होगा श्रीराम जन्मभूमि का विकास

लखनऊ, 2 अगस्त (आईएएनएस)। काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस पर मुहर लगी है। साथ ही कैबिनेट में नगर विकास से जुड़े कई प्रस्तावों को भी मंजूरी मिली है। अयोध्या में सहादतगंज से नयाघाट तक 12.94 किलोमीटर लंबी सड़क का चौड़ीकरण और सु²ढ़ीकरण किया जाएगा। इसके लिए 797.69 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर होगा श्रीराम जन्मभूमि का विकास
काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर होगा श्रीराम जन्मभूमि का विकास लखनऊ, 2 अगस्त (आईएएनएस)। काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस पर मुहर लगी है। साथ ही कैबिनेट में नगर विकास से जुड़े कई प्रस्तावों को भी मंजूरी मिली है। अयोध्या में सहादतगंज से नयाघाट तक 12.94 किलोमीटर लंबी सड़क का चौड़ीकरण और सु²ढ़ीकरण किया जाएगा। इसके लिए 797.69 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय के संबंध में जानकारी दी। मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कैबिनेट में अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण को लेकर प्रस्ताव पास किया गया है। वहीं, नगर विकास के प्रस्ताव के तहत तीन नगर पंचायतों, सात नगर पालिका परिषद का सीमा विस्तार और एक नई नगर पंचायत गठित की गई है। इसके अलावा एक-एक नगर पंचायत और एक नगर पालिका परिषद का अस्तित्व समाप्त किया गया है।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सहादतगंज से नयाघाट मार्ग सुग्रीव किला होते हुए श्रीरामजन्मभूमि स्थल तक चार लेन की सड़क बनाई जाएगी। यह प्रस्ताव काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर है। इसके तहत दुकानदारों, कब्जेदारों को पुनर्विस्थापित किया जाएगा। इसके अलावा अयोध्या जिले में फैजाबाद मुख्य मार्ग से हनुमानगढ़ी होते हुए श्रीरामजन्मभूमि स्थल तक के मार्ग का चौड़ीकरण और सु²ढ़ीकरण किया जाएगा। इस योजना में सीवर व्यवस्था, पावर केबल व्यवस्था सहित अन्य यूटिलिटी शामिल हैं। इस कार्य को दो साल में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

वहीं मंत्री अरविंद शर्मा ने बताया कि पिछली कैबिनेट में 18 नई नगर पंचायतों का गठन, 18 का सीमा विस्तार और दो नगर पालिका परिषद की सीमा का विस्तार हुआ था। आज जब एक नई नगर पंचायत का गठन और दो नगर पंचायतों का अस्तित्व समाप्त हुआ है। ऐसे में अब कुल 751 नगर निकाय होंगे। उन्होंने बताया कि जिन तीन नगर पंचायतों का विस्तार हुआ, उनमें फतेहपुर की खागा और शाहजहांपुर की निगोही, सोनभद्र की सोनभद्र नगर पंचायत शामिल है। बुलन्दशहर की अनूपशहर, शामली की कैराना, मुजफ्फरनगर की खतौली, गाजियाबाद की मोदीनगर, मुरादनगर और लोनी सहित कुल सात नगर पालिका परिषद का विस्तार किया गया है। साथ ही प्रतापगढ़ जिले की डेरवा बाजार नई नगर पंचायत के रूप में गठित हुई है। इसके अलावा वाराणसी नगर निगम सीमा का विस्तार करते हुए, उसमें रामनगर नगर पालिका परिषद और सूजाबाद नगर पंचायत को जोड़ा गया है।

मंत्री अरविंद शर्मा ने बताया कि नव सृजित, नव विस्तारित नगर पंचायतों, नगर पालिका और नगर निगम के लिए योगी सरकार ने साढ़े 500 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।

--आईएएनएस

विकेटी/एएनएम

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