क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी-दिल्ली के संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम में 100 छात्रों ने लिया दाखिला

नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड विश्वविद्यालय और आईआईटी-दिल्ली ने एक साझेदारी के तहत संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम शुरू किया है। खास बात यह है कि क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी दिल्ली की इस ज्वाइंट पीएचडी में अब तक 100 छात्रों ने दाखिला लिया है। इस पीएचडी कार्यक्रम के तहत भारतीय छात्र तीन साल भारत में और कम से कम एक साल ऑस्ट्रेलिया क्वींसलैंड विश्वविद्यालय में बिताएंगे। जबकि क्वींसलैंड के छात्र तीन साल ऑस्ट्रेलिया में और एक साल आईआईटी दिल्ली में बिताएंगे। क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी दिल्ली द्वारा इन छात्रों को एक संयुक्त पीएचडी डिग्री दी जाएगी।
क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी-दिल्ली के संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम में 100 छात्रों ने लिया दाखिला
क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी-दिल्ली के संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम में 100 छात्रों ने लिया दाखिला नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड विश्वविद्यालय और आईआईटी-दिल्ली ने एक साझेदारी के तहत संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम शुरू किया है। खास बात यह है कि क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी दिल्ली की इस ज्वाइंट पीएचडी में अब तक 100 छात्रों ने दाखिला लिया है। इस पीएचडी कार्यक्रम के तहत भारतीय छात्र तीन साल भारत में और कम से कम एक साल ऑस्ट्रेलिया क्वींसलैंड विश्वविद्यालय में बिताएंगे। जबकि क्वींसलैंड के छात्र तीन साल ऑस्ट्रेलिया में और एक साल आईआईटी दिल्ली में बिताएंगे। क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी दिल्ली द्वारा इन छात्रों को एक संयुक्त पीएचडी डिग्री दी जाएगी।

क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और आईआईटी दिल्ली ने औपचारिक रूप से अकादमी ऑफ रिसर्च की स्थापना के लिए एक समझौता किया है। यह अकादमी दोनों संस्थानों में सभी संकायों और रिसर्च संस्थानों को शामिल करते एक संयुक्त अंतरराष्ट्रीय पीएचडी कार्यक्रम प्रदान कर रही है।

दोनों देशों के शिक्षण संस्थानों के बीच यह सहयोग शोधकर्ताओं के लिए गतिशीलता के अवसरों को बढ़ाने वाला है। इससे छात्रों को भारत और ऑस्ट्रेलिया स्थित शिक्षण संस्थानों में रिसर्च की अनुमति मिलती है। क्वींसलैंड विश्वविद्यालय और आईआईटी दिल्ली की संयुक्त अनुसंधान अकादमी, भारत और ऑस्ट्रेलिया को प्रभावित करने वाले कुछ सबसे अधिक महत्व वाले मुद्दों को संबोधित करेगी।

भारत में मौजूद यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के चांसलर पीटर एन वर्गीस एओ, ने 100 छात्रों द्वारा इस पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला लिए जाने पर ने कहा, क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी की रणनीति में वैश्विक भागीदारी एक प्रमुख तत्व है। आईआईटीडी के साथ हमारी साझेदारी एक साझा ²ष्टिकोण को दर्शाती है, जो उत्कृष्टता और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हम छात्रों को इस विश्वास में हमारे साथ जुड़ते देख रहे हैं। इस उपलब्धि और साझेदारी का अधिक व्यापक रूप से जश्न मनाने के लिए भारत में वापस आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।

वहीं आईआईटी-दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बनर्जी ने कहा, हम क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के साथ अपनी साझेदारी को लेकर उत्साहित हैं। संयुक्त पीएच.डी. कार्यक्रम सीखने के अनुभव को उत्कृष्ट बनाता है। यह संकाय विशेषज्ञता और अनुसंधान सुविधाओं में तालमेल और पूरकता का लाभ उठाता है। हमें विश्वास है कि संयुक्त अनुसंधान अकादमी हमारे अंतर्राष्ट्रीयकरण को बढ़ाएगा और भारत और ऑस्ट्रेलिया में यह अनुसंधान समस्याओं को हल करने में मदद करेगा।

आईआईटी दिल्ली के मुताबिक सीएजी के इस कार्यक्रम में सभी छात्रों से शोध कार्य करने की अपेक्षा की जाएगी। सभी विषयों में उम्मीदवारी अधिकतम चार वर्ष की होगी। कार्यक्रम के सफल समापन पर, छात्रों को संयुक्त रूप से यूक्यू और आईआईटीडी दोनों से पीएचडी की डिग्री प्रदान की जाएगी।

गौरतलब है कि क्वींसलैंड विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शिक्षण और अनुसंधान विश्वविद्यालयों में से एक है।

यूक्यू के 307,000 स्नातक 170 से अधिक देशों में फैले वैश्विक पूर्व छात्रों का एक नेटवर्क है और इसमें 16,300 से अधिक पीएचडी शामिल हैं।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

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