झारखंड कैश कांड में नया ट्विस्ट, एफआईआर कराने वाले विधायक ने असम के सीएम से की थी मुलाकात

रांची, 2 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता में कैश के साथ पकड़े गये झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों और असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा पर एफआईआर दर्ज कराने कराने वाले कांग्रेस विधायक जयमंगल उर्फ अनूप सिंह खुद आरोपों के घेरे में आ गये हैं। असम के मंत्री और भाजपा नेता पीयूष हजारिका ने दावा किया है कि इस मामले में 31 जुलाई को एफआईआर दर्ज कराने वाले जयमंगल सिंह ने पांच दिन पहले 26 जुलाई को खुद असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा से मुलाकात की थी। पीयूष हजारिका ने इस मुलाकात की चार तस्वीरें भी ट्विट की है।
झारखंड कैश कांड में नया ट्विस्ट, एफआईआर कराने वाले विधायक ने असम के सीएम से की थी मुलाकात
झारखंड कैश कांड में नया ट्विस्ट, एफआईआर कराने वाले विधायक ने असम के सीएम से की थी मुलाकात रांची, 2 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता में कैश के साथ पकड़े गये झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों और असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा पर एफआईआर दर्ज कराने कराने वाले कांग्रेस विधायक जयमंगल उर्फ अनूप सिंह खुद आरोपों के घेरे में आ गये हैं। असम के मंत्री और भाजपा नेता पीयूष हजारिका ने दावा किया है कि इस मामले में 31 जुलाई को एफआईआर दर्ज कराने वाले जयमंगल सिंह ने पांच दिन पहले 26 जुलाई को खुद असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा से मुलाकात की थी। पीयूष हजारिका ने इस मुलाकात की चार तस्वीरें भी ट्विट की है।

असम के सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा ने इसे रिट्विट करते हुए कहा है, झारखंड में फेक एफआईआर हुई है। यह उसी तरह का मामला है जैसे कांग्रेस ओटावियो क्वात्रोच्चि से बोफोर्स के खिलाफ मुकदमा दायर करने को कह रही हो।

बता दें कि झारखंड के बेरमो विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक जयमंगल ने कोलकाता में कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी के कैश के साथ पकड़े जाने के अगले दिन रांची के अरगोड़ा थाने में एक एफआईआर दर्ज करायी थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि इन तीनों विधायकों ने झारखंड की सरकार को पलटने की साजिश में शामिल होने के लिए उन्हें 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद का प्रलोभन दिया था। विधायक जयमंगल के अनुसार तीनों विधायकों ने उनसे कहा था कि इसके लिए उनकी मुलाकात असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा से करायी जायेगी। उनसे यह भी कहा गया था कि सरकार को पलटने के लिए यह सब कुछ भाजपा के टॉप नेताओं के आशीर्वाद से हो रहा है।

इस मामले में मंगलवार को तब नया ट्विस्ट आया, जब असम के मंत्री और भाजपा नेता पीयूष हजारिका ने ट्विट किया, जयमंगल सिंह नियमित रूप से सीएम हिमंत विस्वा से मिल रहे थे। असम के माननीय सीएम और उन आदिवासी विधायकों के खिलाफ फर्जी आरोप लगाने के लिए कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए।

पीयूष हजारिका ने कहा कि पांच दिन पहले ही असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा झारखंड के विधायक अनूप सिंह को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर दिल्ली लेकर गये थे। 26 जुलाई को यह बैठक सुबह 9 बजे हुई। उन्होंने बताया कि यह बैठक ट्रेड यूनियन के मुद्दे से जुड़ी हुई थी, जिसमें सिंह ने जोशी से मिलने के लिए मदद मांगी थी।

पीयूष हजारिका द्वारा हिमंत बिस्वा शर्मा और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से झारखंड के विधायक जयमंगल की मुलाकात की तस्वीरें ट्विट किये जाते ही झारखंड की राजनीति फिर गर्म हो गयी। यह कहा जाने लगा कि जिस विधायक ने हिमंत बिस्वा का नाम लेकर एफआईआर की, वह खुद उनसे लगातार मिल रहा था।

इस बाबत पूछे जाने पर विधायक जयमंगल ने कहा है कि असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात के बारे में उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को पहले ही जानकारी दे दी थी। उन्होंने कहा, इस मुलाकात में मेरी पार्टी के प्रभारी अविनाश पांडेय और सीएम हेमंत सोरेन जी को सब कुछ पता है। उन्हें बताकर वहां गया था। मैं उनसे कोल इंडिया द्वारा इंटक ट्रेड यूनियन बैन किये जाने के मामले के निपटारे से मिलने गया था। जयमंगल सिंह ने यह भी कहा कि अगर मैं उनसे मुलाकात के लिए नहीं जाता तो इतने बड़े कैश कांड का खुलासा कैसे होता?

--आईएएनएस

एसएनसी/एसकेपी

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