तमिलनाडु के किसान नेता पी. अय्याकन्नू ने 39 दिन पुरानी भूख हड़ताल समाप्त की

चेन्नई, 19 नवंबर (आईएएनएस)। संसद द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद तमिलनाडु के किसान नेता पी. अय्याकन्नू ने शुक्रवार को 39 दिन पुरानी भूख हड़ताल को समाप्त कर दिया।
तमिलनाडु के किसान नेता पी. अय्याकन्नू ने 39 दिन पुरानी भूख हड़ताल समाप्त की
तमिलनाडु के किसान नेता पी. अय्याकन्नू ने 39 दिन पुरानी भूख हड़ताल समाप्त की चेन्नई, 19 नवंबर (आईएएनएस)। संसद द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद तमिलनाडु के किसान नेता पी. अय्याकन्नू ने शुक्रवार को 39 दिन पुरानी भूख हड़ताल को समाप्त कर दिया।

अय्याकन्नू ने अपने साथी किसानों के साथ हड़ताल समाप्त की और त्रिची-करूर हाईवे में मोटर चालकों को मिठाई बांटी।

तमिलनाडु किसान संघ के त्रिची जिला सचिव अयलाई शिवसुरियन ने भी कृषि कानूनों को निरस्त करने के प्रधानमंत्री के फैसले की सराहना की, जिसके खिलाफ देशभर के किसान पिछले एक साल से विरोध कर रहे थे।

शिवसुरियन ने आईएएनएस को बताया, हम तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की प्रधानमंत्री की घोषणा का तहे दिल से स्वागत करते हैं, क्योंकि यह पूरी तरह से किसानों और कृषि के हितों के खिलाफ थी। हालांकि, हम प्रधानमंत्री और उनकी टीम को याद दिलाना चाहेंगे कि किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बनाया जाए। फसल को एक कानून में बदल दिया क्योंकि यह देश के कृषक समुदाय के खिलाफ हो रहे शोषण का एक और क्षेत्र है।

तमिलनाडु में किसान पिछले 39 दिनों से तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ पी. अय्याकन्नू के नेतृत्व में एक भूख हड़ताल पर थे।

सीपीआई नेता एम. थंगारासु जो आंदोलन में सबसे आगे थे। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, भारत सरकार और प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से आखिर में, कठोर कृषि कानूनों की मूर्खता को समझा और हम प्रधानमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हैं। इससे पता चलता है कि देश में लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराएं बरकरार हैं। प्रधानमंत्री को कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने पर भी विचार करना चाहिए और हम आशा करते हैं कि यह भी पूरा होगा।

--आईएएनएस

एसएस/आरजेएस

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