तिरंगा झंडा- कांग्रेस ने लगाया चीन से आयात करने का आरोप, सरकार ने किया खारिज

नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। तिरंगा यात्रा के बाद अब तिरंगे झंडे के आयात को लेकर भी देश में नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने सरकार पर तिरंगा झंडा देश के दुश्मन चीन से आयात करने का आरोप लगाया है जबकि सरकार ने इसे पूरी तरह से गलत करार दे दिया है।
तिरंगा झंडा- कांग्रेस ने लगाया चीन से आयात करने का आरोप, सरकार ने किया खारिज
तिरंगा झंडा- कांग्रेस ने लगाया चीन से आयात करने का आरोप, सरकार ने किया खारिज नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। तिरंगा यात्रा के बाद अब तिरंगे झंडे के आयात को लेकर भी देश में नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने सरकार पर तिरंगा झंडा देश के दुश्मन चीन से आयात करने का आरोप लगाया है जबकि सरकार ने इसे पूरी तरह से गलत करार दे दिया है।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर खादी को खत्म करने का आरोप लगाते हुए चीन से तिरंगा झंडा आयात करने का आरोप लगाया। सरकार पर निशाना साधते हुए चौधरी ने आरोप लगाया कि अब तक सारा हिंदुस्तान खादी का तिरंगा लहराया करता था लेकिन अब भारत के दुश्मन देश चीन से तिरंगा मंगाया जा रहा है।

सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अधीर रंजन चौधरी के आरोप को खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से झूठ करार दे दिया।

आपको बता दें कि, लाल किले से निकाली गई तिरंगा बाइक यात्रा को लेकर भाजपा और कांग्रेस में सियासी घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस तिरंगा यात्रा को भाजपा का कार्यक्रम बताते हुए कहा कि इसमें शामिल होने के लिए उन्हें किसी ने फोन नहीं किया था।

अधीर रंजन चौधरी के आरोप को गलत बताते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने यह दावा किया है कि तिरंगा बाइक यात्रा में शामिल होने के लिए सभी सांसदों को उनकी तरफ से ईमेल भेजकर और टेलीफोन के जरिए निमंत्रण दिया गया था। उन्होंने कहा कि, उनकी तरफ से सभी को निमंत्रित किया गया था लेकिन विपक्षी नहीं आए।

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी द्वारा तिरंगा यात्रा को भाजपा का कार्यक्रम बताने और उन्हें तिरंगा यात्रा के लिए निमंत्रित नहीं करने के आरोपों का जवाब देते हुए मेघवाल ने कहा कि यह भाजपा का कार्यक्रम नहीं बल्कि सांसदों का कार्यक्रम था,जिसमें उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद थे।

बतौर राज्य मंत्री संस्कृति मंत्रालय का दायित्व संभालने वाले मेघवाल ने कहा कि यह सरकार का नहीं सांसदों का कार्यक्रम था जिसे केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था और सभी सांसदों को उनकी तरफ से ईमेल और टेलीफोन कर इसके लिए न्योता दिया गया था। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से यहां तक कहा गया था कि अगर किसी के पास मोटरसाइकिल नहीं है तो वो उपलब्ध करवाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर इसे चलाने के लिए कार्यकर्ता भी।

उन्होंने कहा कि 13 से 15 अगस्त के दौरान हर भारतीय अपने घर पर तिरंगा फहराए , इसके लिए प्रचार-प्रसार करने और वातावरण बनाने के लिए इस तिरंगा बाइक रैली का आयोजन किया गया था।

--आईएएनएस

एसटीपी/एएनएम

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