दक्षिणी दिल्ली में जल्द अतिक्रमण पर चलेगा निगम का बुल्डोजर, मेयर ने क्षेत्र का दौरा कर चिंहित की जगह

नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। देश की राजधानी में दिल्ली के तीनों नगर निगमों ने अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। इसी अभियान के तहत बुधवार को दक्षिणि दिल्ली नगर निगम महापौर मुकेश सूर्यान ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जैतपुर, सरिता विहार और मदनपुर खादर का निरीक्षण किया।
दक्षिणी दिल्ली में जल्द अतिक्रमण पर चलेगा निगम का बुल्डोजर, मेयर ने क्षेत्र का दौरा कर चिंहित की जगह
दक्षिणी दिल्ली में जल्द अतिक्रमण पर चलेगा निगम का बुल्डोजर, मेयर ने क्षेत्र का दौरा कर चिंहित की जगह नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। देश की राजधानी में दिल्ली के तीनों नगर निगमों ने अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। इसी अभियान के तहत बुधवार को दक्षिणि दिल्ली नगर निगम महापौर मुकेश सूर्यान ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जैतपुर, सरिता विहार और मदनपुर खादर का निरीक्षण किया।

इन क्षेत्रों में जल्द ही अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी होने वाली है। वहीं सीएए एनआरसी आंदोलन का गढ़ रहा शाहीन बाग में भी जल्द एक बड़ी कार्रवाई होने की आशंका लगाई जा रही है।

दक्षिणि दिल्ली नगर निगम के महापौर मुकेश सूर्यान ने बताया कि, हमने लोगों को अवैध कब्जा करने को नहीं बोला था, निगम का काम है सब कुछ सुचारू रूप से चलता रहे। हमने अवैध अतिक्रमण जगहों को चिन्हित कर लिया है हम जल्द रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई करेंगे और जहां तक हमने जगहों का निरीक्षण किया है उस आधार पर हम कल से कार्रवाई शुरू करेंगे। इन जगहों को हटाने के लिए नोटिस देने की जरूरत नहीं है।

हमारे ऊपर लग रहे आरोपों की परवाह नहीं करते, जो लगा रहे हैं उन्हीं लोगों ने अवैध कब्जा कराया, अतिक्रमण कराया और रोहिंग्याई, बंग्लादेशियों को बसाया। वहीं दिल्ली में भी दंगे कराए हैं। जहांगीरपुरी हिंसा में भी उन्ही पार्टी के कार्यकर्त्ता सम्मिलित पाए गए हैं।

एक अन्य स्थानीय निवासी सीमा ने बताया कि, बिना नोटिस को इस जगह को 11 बार तोड़ा गया है। हम यहीं पैदा हुए हैं। मेरे 10 साल के बच्चे हैं अब कहाँ जाएंगे ? हमारे माता पिता ने इस जगहों को खरीदा था। हमारे पास सभी दस्तवाजे हैं। हम कहीं से आकर नहीं बसे है बल्कि हम यहीं रहते हैं।

--आईएएनएस

एमएसके/एएनएम

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