दिल्ली और पंजाब के बीच हुए समझौते को भाजपा ने बताया राजनीतिक स्टंट

नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली और पंजाब की सरकारों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान को लेकर हुए समझौते को राजनीतिक स्टंट बताते हुए भाजपा ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल इस समझौते के जरिए पंजाब पर कंट्रोल करने की फिराक में हैं।
दिल्ली और पंजाब के बीच हुए समझौते को भाजपा ने बताया राजनीतिक स्टंट
दिल्ली और पंजाब के बीच हुए समझौते को भाजपा ने बताया राजनीतिक स्टंट नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली और पंजाब की सरकारों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान को लेकर हुए समझौते को राजनीतिक स्टंट बताते हुए भाजपा ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल इस समझौते के जरिए पंजाब पर कंट्रोल करने की फिराक में हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने आम आदमी पार्टी की दोनों प्रदेशों की सरकारों के बीच हुए समझौते की आलोचना करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दोनों पर ही पंजाब और पंजाबियों के स्वाभिमान का घोर अपमान करने का आरोप लगाया।

चुग ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां एक राज्य के नेता दूसरे राज्यों की अच्छी नीतियों के बारे में जानकारी हासिल करते रहे हैं, लेकिन दो राज्यों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर करना एक नई और अजीब परंपरा है, जिसे आम आदमी पार्टी स्थापित करने जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब और दिल्ली के बीच हुए इस एमओयू ने स्पष्ट कर दिया है कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, पंजाब के प्रशासन को अपने रिमोट से संचालित करना चाह रहे हैं।

उन्होंने केजरीवाल की मंशा को देश के संघीय ढांचे के लिए बड़ी चुनौती बताते हुए कहा कि आप जिस भी राज्य में चुनावी जीत हासिल करेगी, केजरीवाल इसी तरह के एमओयू के जरिए उस राज्य को रिमोट से चलाएंगे।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने दावा किया कि 2016 में अकाली दल-भाजपा शासन के दौरान पंजाब को स्कूली शिक्षा प्रणाली के लिए देश में दूसरे स्थान पर रखा गया था, जबकि दिल्ली इस मामले में उस वर्ष काफी नीचे था। इसलिए पंजाब सरकार को दिल्ली के तथाकथित मॉडल का हड़बड़ी से पालन करने की बजाय राज्य के भीतर ही व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए।

--आईएएनएस

एसटीपी/एसजीके

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